भोपाल। प्रदेश में पांच दिन से बिगड़े हुए मौसम में अब तब्दीली आने लगी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सीज़न में पहली मर्तबा ठंड के तीखे तेवर अब लोगों को झेलने पड़ सकते हैं। वर्तमान में अरब सागर, मध्य प्रदेश और राजस्थान पर बने सिस्टम भी बुधवार से कमज़ोर पड़ सकते हैं। चूंकि हवा का रुख भी अब उत्तरी होने लगा है, लिहाज़ा शुक्रवार से प्रदेश के कई स्थानों पर शीतलहर चलने के काफी आसार हैं। इस दौरान कहीं-कहीं पाला पड़ने की भी आशंका है। 

दरअसल इस समय अरब सागर पर ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के मध्य और राजस्थान और गुजरात में भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन तीन सिस्टम के कारण आ रही नमी से अभी भी प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बारिश हो रही है। हालांकि मंगलवार को हवा का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो जाने के कारण प्रदेश में तेजी से सिहरन बढ़ गई है और न्यूनतम तापमान में कमी दर्ज होने लगी है। नई दुनिया ने वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के हवाले से बताया है कि बुधवार को राजस्थान और मध्य प्रदेश पर बने सिस्टम कमजोर होने की संभावना है। इससे वातावरण में नमी कम होने लगेगी। इससे धूप निकलने के बाद मौसम साफ होने लगेगा। दिन का तापमान तो बढ़ने लगेगा, लेकिन आसपान साफ होते ही रात के तापमान में तेजी से गिरावट होने लगेगी। 

उत्तर भारत में बर्फबारी के आसार 

पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर सहित पूरे उत्तर भारत के पहाड़ों में जबरदस्त बर्फबारी हुई है। हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उत्तर भारत के बीच सक्रिय है। इसके भी बुधवार को आगे बढ़ जाने की संभावना है। इसके बाद हवा का रुख पूरी तरह उत्तरी होने के आसार हैं। इससे शुक्रवार से राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में न्यूनतम तापमान में छह डिग्री तक की गिरावट होने की संभावना है। इस दौरान कई स्थानों के शीतलहर की चपेट में भी आने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो ठंड के तीखे तेवर एक सप्ताह तक बरकरार रहने के आसार हैं।