भोपाल। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि मध्य प्रदेश उपचुनाव के दौरान डाले गए वोटों की गिनती का काम पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए पुख्ता इंतज़ाम किए जाएं। कांग्रेस ने अपनी इस मांग से जुड़े तमाम मुद्दों पर चुनाव आयोग से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात भी की है, जिसमें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस सांसद विवेक तनखा शामिल हुए।



बातचीत के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिस तरह से मतदान के लिए आयोग ने स्पष्ट गाइडलाइन जारी की थी, वैसे ही  मतगणना के लिए भी जारी की जाए। कांग्रेस ने मतगणना के दौरान अधिकारियों के मोबाइल उपयोग पर पाबंदी लगाने, ईवीएम और डाक मतपत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने, मतगणना की लाइव रिकॉर्डिंग किए जाने और परिणाम की घोषणा बड़ी स्क्रीन पर दिखाने की मांग भी की है। इसके साथ ही कांग्रेस ने हर विधानसभा क्षेत्र में पांच ईवीएम के मतों का मिलान वीवीपैट से कराने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किए जाने की याद भी चुनाव आयोग को दिलाई है।



कांग्रेस ने इस सिलसिले में आयोग को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें अपनी मांगों को विस्तार से पेश किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, कपिल सिब्बल, मुकुल वासनिक और विवेख तनखा की तरफ से लिए गए इस पत्र में चुनाव आयोग को मतगणना के दौरान सही व्यवस्था बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए हैं।



कांग्रेस का कहना है कि मतगणना के लिए लाई गई वोटिंग मशीनों को खोले जाने से पहले उम्मीदवारों से उसकी जांच कराई जाए और इसकी रिकॉर्डिंग भी हो। कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से बातचीत के दौरान कहा कि जिस तरह मतदान के दौरान हिंसा देखने को मिली थी, वैसी स्थिति मतगणना के समय पैदा ना हो इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाएं।





कांग्रेस का कहना है कि जिस तरह से मतदान के दौरान स्पष्ट गाइडलाइन जारी की गई थी उसी तरह मतगणना के दौरान भी जारी की जाए। मतगणना के लिए लाई गई वोटिंग मशीन की जांच की अनुमति उम्मीदवार को मिले और इसकी रिकॉर्डिंग हो। वहीं शुक्रवार शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस के कई नेताओं ने चुनाव आयोग से बात की और मतगणना की व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जिस तरह से मतदान के दौरान हिंसा देखने को मिली थी मतगणना के समय ऐसी स्थिति पैदा ना हो इसके लिए मतगणना व्यवस्था को चाकचौबंद किया जाए।



आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 3 नवंबर को हो चुका है। अब वोटों की गिनती 10 नवंबर यानी आगामी सोमवार को होनी है। उपचुनाव के इन नतीजों से ही तय होगा कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनी रहेगी या कमलनाथ की अगुवाई में कांग्रेस की वापसी होगी।