भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया का और कितना अपमान करेगी बीजेपी? मध्य प्रदेश में उपचुनाव गहमागहमी के बीच कांग्रेस को यह सवाल पूछने का एक और मौका मिल गया है। वजह ये कि बीजेपी ने मतदान से महज एक हफ्ते पहले अपना जो संकल्प पत्र जारी किया है, उसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का चेहरा कहीं नहीं है। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब सिंधिया को उनकी नई पार्टी ने नई हैसियत का एहसास कराया गया हो।



मध्य प्रदेश में उपचुनाव के दौरान बीजेपी में सिंधिया की घटते सियासी कद का सवाल पहली बार बड़े पैमाने पर तब उठा था, जब बीजेपी ने प्रचार के लिए अपने रथ भोपाल से रवाना किए और उनमें से किसी भी रथ पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का चेहरा नज़र नहीं आया। इसके बाद बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट आई तो सिंधिया का नाम उसमें दसवें नंबर पर था।  दोनों ही बार ऐसी खबरें आईं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने इस अपमान से बेहद नाराज़ हैं। स्टार प्रचारकों की लिस्ट में दस नंबरी बनाए जाने के बाद तो सिंधिया कई दिनों तक प्रचार से दूर भी रहे। लेकिन आखिरकार उन्हें अपनी नई पार्टी में नई हैसियत को स्वीकार करके प्रचार में उतरना ही पड़ा। इसके बाद ही ये खबर भी आई कि सिंधिया की तस्वीर तो बीजेपी के भोपाल मुख्यालय में भी कहीं नहीं हैं।



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मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सिंधिया की इस हालत पर तंज़ करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने बीजेपी और सिंधिया पर तंज कसते हुए लिखा है, "आखिर बीजेपी सिंधिया का कितना अपमान करेगी?जो भाजपा कहती थी कि सिंधिया हमारी पार्टी का मुख्य चेहरा हैं। सलूजा ने कहा कि जो बीजेपी कहती थी कि कांग्रेस की सरकार सिंधिया के कारण बनी , उस भाजपा ने ही सिंधिया को हर जगह से ग़ायब कर दिया।' सलूजा ने शिवराज और सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा कि आखिर शिव-ज्योति एक्सप्रेस कहाँ पंचर पड़ी है ? 





सलूजा ने संकल्प पत्र में सिंधिया के तस्वीर की गैरमौजूदगी पर चुटकी लेते हुए लिखा है, "डिजिटल रथ के बाद ,स्टार प्रचारकों की सूची में 10 नंबरी बनाने के बाद अब भाजपा के संकल्प पत्र से भी सिंधिया ग़ायब ?किरकिरी से बचने के लिये भाजपा ने भेजी संकल्प पत्र की सॉफ़्ट कॉपी, ताकि जिसको उनका फ़ोटो जोड़ना है वो अतिरिक्त पेज लगाकर जोड़ ले लेकिन भाजपा ने फ़ोटो शामिल नहीं किया।"



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ये तमाम घटनाएं बताती हैं कि दलबदल के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का सियासी कद कितना रह गया है। जो सिंधिया कांग्रेस में रहते हुए पार्टी के पोस्टर बॉय कहे जाते थे, जिनकी तस्वीरें चुनाव प्रचार में हर जगह छाई रहती थीं और जिन्हें पार्टी से लेकर सरकार तक, हर जगह अहमियत दी जाती थी, आज उनकी ऐसी हालत है कि वो खुलकर अपनी नाराज़गी जाहिर भी नहीं कर सकते। जाहिर है इन हालात में कांग्रेस का पूछा ये सवाल सिंधिया और उनके समर्थकों को भी मन ही मन ज़रूर परेशान कर रहा होगा कि आखिर दलबदलू महाराज का अभी और कितना अपमान होना बाकी है?