MP By Elections: बीजेपी के चुनावी रथों पर सिंधिया की तस्वीर नहीं

BJP Chariot campaign: क्या उपचुनाव में बीजेपी के पोस्टर ब्वॉय नहीं होंगे सिंधिया, क्या बीच चुनाव बीजेपी ने बदल दी है अपनी रणनीति

Updated: Oct 14, 2020, 04:30 AM IST

Photo Courtsey: News18
Photo Courtsey: News18

भोपाल। मध्य प्रदेश में होने जा रहे उपचुनाव में अब मुश्किल से बीस दिन बचे हैं। नेता अपनी अपनी जीत के लिए ऐंड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं। बीजेपी ने अपने प्रचार में हाईटेक रथों को उतार दिया है। लेकिन इस रथ में महाराज यानी सिंधिया की फोटो गायब है। बीजेपी के इन रथों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की तस्वीरें लगी हैं। लेकिन इन रथों पर एक भी जगह सिंधिया की फोटो नहीं दिखती। चुनावी रथों पर नारा है- शिवराज है तो विश्वास है।

सिंधिया की फोटो ना होने से तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि बीच चुनाव में सिंधिया को अनदेखा करना शायद बीजेपी की रणनीति का हिस्सा है। शायद बीजेपी को यह आभास हो गया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के तेवर से उन्हें नुकसान हो रहा है। कुछ लोग इसे संघ के फीडबैक के तहत लिया गया फैसला मान रहे हैं। हालांकि इससे पहले सिंधिया जब भी क्षेत्र में गए शिवराज चौहान के साथ ही गए। लेकिन क्षेत्र में उन्हें लोगों का विरोध देखने को मिला।

बीजेपी प्रचार के लिए जिन रथों का इस्तेमाल कर रही है उनमें एलईडी और साउंड सिस्टम लगे हैं। ये रथ चुनाव क्षेत्रों में सुबह से रात तक प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भाषण तो सुनाएंगे ही, साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का बखान करके मतदाताओं को लुभाने की कोशिश भी करेंगे।

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बीजेपी ने रथों से ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीर गायब होना कांग्रेस के लिए मसाला बन गया है। कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने तंज कसते हुए कहा है कि कम से कम बीजेपी को उपचुनाव तक रुक जाना चाहिए था। सलूजा ने कहा है कि बीजेपी खुद भी समझती है कि सिंधिया उसके लिए कितने नुकसानदायक हैं। 

सलूजा ने ट्वीट किया है 'भाजपा के चुनावी हाईटेक डिजिटल रथ से सिंधिया ग़ायब ? जिसने अपनी पार्टी से ग़द्दारी कर 25 लोगों को भाजपा में शामिल करवाया, भाजपा ने उसको इतनी जल्दी भुला दिया, प्रचार से ही ग़ायब, अरे परिणाम तक तो रुकते ? भाजपा समझ चुकी है कि यह ग़द्दार चेहरा उपचुनावों में नुक़सानदायक है।'