टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में बुधवार देर रात एक ऐसा कारनामा हुआ जिसने पूरे पुलिस विभाग को असहज कर दिया। सागर लोकायुक्त टीम ने कोतवाली में पदस्थ आरक्षक पंकज यादव को 12 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ तो लिया लेकिन गिरफ्तारी के कुछ ही सेकंड बाद वह टीम को चकमा देकर मौके से भाग निकला। उसकी फरारी का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। उसके भागने के बाद टीम के पास केवल उसकी कार और जैकेट रह गई जिसमें रिश्वत की रकम रखी थी।
लोकायुक्त टीम प्रभारी कमल सिंह ने बताया कि टीकमगढ़ निवासी आवेदक अंकित तिवारी ने शिकायत की थी कि उस पर दर्ज एससी-एसटी एक्ट के एक प्रकरण में कोतवाली पुलिस 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रही है। वह पहले ही 8 हजार चुका चुका था। बाकी 12 हजार बुधवार रात तय स्थान पर देने थे। अंकित तिवारी जब राशि सौंपने वहां पहुंचा और आरक्षक पंकज यादव ने पैसे ले लिए। उसी वक्त कलेक्टरेट परिसर में घात लगाए बैठी लोकायुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया।
गिरफ्तारी तो सफल रही लेकिन कुछ ही क्षणों में पूरी स्थिति उलट गई। कार्रवाई के दौरान मची हलचल का फायदा उठाकर आरक्षक भागने में सफल हो गया। भागते समय उसकी जैकेट गिर गई जिससे 12 हजार रुपये बरामद कर लिए गए। उसकी कार भी मौके पर ही जब्त की गई है। लोकायुक्त ने आरक्षक पंकज यादव और संबद्ध प्रभारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। टीकमगढ़ के एडिशनल एसपी विक्रम सिंह ने कहा कि आरोपी की तलाश जारी है और मामले की जांच प्राथमिकता पर की जा रही है। पुलिस विभाग ने भी अलग से आंतरिक जांच शुरू कर दी है।