मध्यप्रदेश के 52 में से 51 जिले कोरोना वायरस की चपेट में हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रदेश में 15 दिनों के लिए लॉकडाउन बढ़ाने का एलान किया है। जबकि केंद्र सरकार ने 30 जून तक लाकडाउन बढ़ा दिया है। लेकिन इस बीच प्रदेश में कहीं भी आने-जाने के लिए पास की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। लॉकडाउन के दौरान आर्थिक गतिविधियों को संबल प्रदान करने और प्रदेश के भीतर आमजनों का आवागमन सुलभ बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में आने-जाने के लिए अब ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी। केवल राज्य से बाहर आने जाने के लिए ही ई-पास लिए जा सकेंगे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने जानकारी दी है कि ये ई-पास ऑटो जनरेटेड होंगे।

आज लॉकडाउन के चौथे चरण का आज अंतिम दिन है। वहीं केन्द्र सरकार ने तीन चरण में देश को अनलॉक करने की गाइड लाइन जारी की है। 8 जून के बाद धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट और हॉस्पिटैलिटी से जुड़ी सर्विसेस, शॉपिंग मॉल्स खुलेंगे। केन्द्र सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन में कहा गया है कि अब केवल कंटेनमेंट जोन में ही लॉकडाउन रहेगा। हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान आज रात 8 बजे प्रदेश की जनता को संबोधित करेंगे और प्रदेश में लॉकडाउन को लेकर गाइडलाइन जारी कर सकते हैं। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक 7891 संक्रमित मिले हैं। प्रदेश में कुल एक्टिव संक्रमित 3104 हैं। वहीं, राज्य के 51 जिलों में 904 कंटेन्टमेंट एरिया हैं। सबसे ज्यादा कंटेनमेंट एरिया इंदौर में हैं। इंदौर के अलावा भोपाल और उज्जैन में भी संक्रमण बढ़ रहा है। केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार लॉकडाउन केवल कंटेनमेंट क्षेत्र में रहेगा ऐसे में प्रदेश में 904 क्षेत्रों में 30 जून तक लॉकडाउन रहेगा।