भोपाल। कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई ने बीजेपी पर निशाना साधा है। माकपा ने कहा है कि जिन नेताओं पर कल तक बीजेपी भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही थी। आज वही नेता बीजेपी के नज़रों में बेदाग कैसे हो गए? माकपा ने पूछा है कि क्या बीजेपी में शामिल होने मात्र से दागी नेता पाकसाफ हो जाते हैं ? 

माकपा ने बीजेपी पर यह आरोप कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर के बीजेपी में शामिल होने पर लगाया है। सुमित्रा देवी बुरहानपुर ज़िले की नेपानगर सीट से पिछले विधानसभा चुनावों में नेपानगर सीट से कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुई थीं। लेकिन शुक्रवार को उन्होंने कांग्रेस छोड़ने के महज़ पांच घंटों के भीतर ही बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। रेखांकित करने योग्य बात यह है कि बीजेपी कुछ समय पहले से ही सुमित्रा देवी पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाते आ रही है। लेकिन अब जबकि सुमित्रा ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। माकपा के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि कल तक जो बीजेपी सुमित्रा देवी के खिलाफ नकली नोट कांड में दोषी मान कर नेपानगर पूर्व विधायक पर कार्रवाई करने की मांग कर रही थी।क्या बीजेपी अब अपनी मांगों को सही व जायज़ ठहरा पाएगी ?  

दरअसल, नेपानगर क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ता लगातार विधायक सुमित्रा देवी के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। सुमित्रा देवी पर अपने क्षेत्र में नकली नोटों के धंधे को बढ़ावा देने के साथ साथ संलिप्त लोगों को संरक्षण देने का आरोप भी स्थानीय बीजेपी नेता लगाते आ रहे हैं। इसी महीने की 4 तारीख को उज्जैन की एसटीएफ टीम ने 10 लाख रुपए के नकली नोटों के साथ एक गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ा था। जो आरोपी पकड़े गए थे उनमें नेपानगर विधायक सुमित्रा देवी का विधायक प्रतिनिधि किरण सोंडकर भी शामिल था। 

बिसहुलाल सिंह पर भी लगाए थे आरोप
इससे पहले सिंधिया खेमे से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व मंत्री बिसाहू लाल सिंह के ऊपर भी बीजेपी लगातार घोटाले करने का आरोप लगातार लगाते आ रही है। माकपा नेता ने शिवराज कैबिनेट कि मंशा को लेकर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि क्या बीजेपी बिसाहू लाल सिंह पर अन्नपूर्णा योजना के तहत गरीबों का राशन हड़पने के मामले में कोई कार्रवाई करेगी ? ज्ञात हो कि बिसाहुलाल पर अन्नपूर्णा योजना के तहत खुद के राशन कार्ड पर मुफ्त का राशन बटोरने का आरोप लगाया था।

माकपा राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है  कि रात दिन बिसाहू लाल का विरोध करने वाली बीजेपी ने बकरे को हिट खेत की रखवाली करने की ज़िम्मेदारी सौंप दी है। दरअसल बिसाहू लाल सिंह को शिवराज कैबिनेट में खाद्यान्न आपूर्ति विभाग दिया गया है। रेखांकित करने योग्य बात यह है कि शिवराज सरकार की वापसी और कांग्रेस सरकार को गिराने में भूमिका निभाने के कारणवश बीजेपी ने बिसाहूलाल के ऊपर चल रहे तमाम मुकदमें हटा लिए।

सौदेबाज़ी का खुलासा करे सरकार 
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि राज्य की बीजेपी सरकार को सत्ता के लिए हुई सौदेबाज़ी का खुलासा करना चाहिए। माकपा ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब सिंधिया के खिलाफ चल रहे तमाम मुकदमों को वापिस ले चुकी है। तो वहीं प्रद्युम्न सिंह तोमर और इमरती देवी के खिलाफ बोलने वाली बीजेपी ने स्वयं उन्हें मंत्री पद से नवाज़ दिया है। माकपा ने पूछा है कि क्या राज्य सरकार इन नेताओं पर लगाए तमाम आरोपों को सही मानती है ? या फिर सरकार इन आरोपों के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगेगी ?