सिवनी/छिंदवाड़ा। देश के टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में बाघों के सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे हैं। राज्य के पेंच नेशनल पार्क में 21 घंटे के भीतर दो बाघों के शिकार का बड़ा मामला सामने आया है। नेशनल पार्क के अलग-अलग जगहों पर मिले दो बाघों के शव ने प्रदेशभर के फॉरेस्ट और रिजर्व एरिया स्टाफ में हड़कंप मचा दिया है। 

माना जा रहा है कि इन दोनों बाघों को शिकारियों ने मार गिराया है। शिकारी एक बाघ के चारो पंजे भी काटकर ले गए। यह शव मंगलवार दोपहर 2 बजे पार्क के नागलवाड़ी रेंज के महाराष्ट्र के सराड़ा गांव के पास एक छोटे से नाले से बाघ का शव मिला। शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत था। उसकी खाल भी उतारी गई थी। वन्य प्राणी चिकित्सकों का कहना है कि बाघ के शव को देखकर प्राथमिक तौर अनुमान लगाया जा रहा है कि बाघ की मौत 7 से 8 दिन पहले हुई होगी। बाघ की मौत किन परिस्थितियों में हुई इसका खुलासा विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही होगा।

बाघ का एक और शव सोमवार को ही शाम पांच बजे सिवनी के कोकीवाड़ा में मिला था। बाघ के शव का पोस्टमाॅर्टम वन्य प्राणी चिकित्सक अखिलेश मिश्रा ने किया। शव के सभी अंग टीम को सुरक्षित मिले हैं। बुधवार की सुबह घटना स्थल के एक किलोमीटर तक स्निपर डॉग की मदद से तलाशी भी ली गई, लेकिन कुछ कोई सुराग हाथ नहीं लगा। 

पेंच नेशनल पार्क के डायरेक्टर विक्रम सिंह परिहार ने बताया कि घटनास्थल को चारों तरफ से सुरक्षा घेरा डालकर पूरी तरह सील कर दिया गया है। बता दें की इस पार्क में लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। पिछले तीन महीने में यहां चार बाघों की संदिग्ध मौत हो चुकी है। ऐसे में यहां बाघों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जनकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश कूल 526 बाघ में 87 बाघ अकेले पेंच नेशनल पार्क में हैं।