भोपाल। हेट स्पीच मामले में बागेश्वर धाम के पुजारी और कथावाचक धीरेंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसक आह्वान मामला अब कोर्ट तक पहुंच गया है। सोशल एक्टिविस्ट उपेंद्र यादव ने भोपाल जिला अदालत में प्राइवेट कंप्लेन फाइल की है और आरोपी धीरेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

यादव ने कोर्ट को बताया है कि उन्होंने मेल के माध्यम से डीजीपी को शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने अबतक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। जिला न्यायालय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 27 अप्रैल को सुनवाई की तारीख तय की है। उपेंद्र यादव के वकील दीपक बुंदेले ने धीरेंद्र महाराज के बयान को देश के लिए खतरा करार देते हुए कहा है कि न्यायालय उन्हें जरूर सजा देगी।

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दीपक बुंदेले ने कहा कि, 'आरोपी धीरेंद्र का बयान देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा है। फिर भी डीजीपी एवं पुलिस कमिशनर जैसे उच्च आधिकारियों को सूचना देने के बाद भी कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया गया, जो चिंता का विषय है। देश की सुरक्षा के लिए हमने धीरेंद्र के खिलाफ प्राइवेट कम्प्लेंट फाईल की है। धीरेंद्र जैसे आरोपी देश की एकता और संवैधानिक मूल्यों के लिए घातक है। इन्हें न्यायालय के माध्यम से कठोर दण्ड दिलवाएंगे।'

क्या है पूरा मामला

दरअसल, बीते दिनों बागेश्वर धाम के पुजारी धीरेंद्र महाराज का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वे हजारों की भीड़ को अल्पसंख्यकों को भड़का रहे थे। सागर जिले के चील पहाड़ी गांव में श्रीमद भागवत कथा सुनान आए धीरेंद्र महाराज लोगों से कहते हैं कि जो तुम्हारे घर पर पत्थर फेंके, उसके घर जेसीबी लेकर चलो, क्योंकि भारत सनातनियों का है। अगर सनातनियों के देश में  रामनवमी पर राम की यात्रा में कोई पत्थर मारे… बुझदिलों, कायरों जाग जाओ। सब हिंदुओं अपने हाथ में हथियार उठा लो और कह दो हम सब हिंदू एक हैं।'

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धीरेंद्र महाराज आगे कहते हैं कि, 'अगर तुम अभी नहीं जागे तो ये तुम्हें अपने गांव में भी भोगना पड़ेगा। इसलिए निवेदन है कि सभी एक हो जाओ और पत्थर फेंकने वालों के घर पर बुलडोजर चलवा दो। कुछ दिन में हम भी बुलडोजर खरीदने वाले हैं और जो राम के काज पर, सनातनी महात्माओं, संतों और भारतीय सनातनी हिंदुओं पर पत्थर चलाएगा और उसके घर बुलडोजर चलाएंगे। आखिरकार सरकार कब तक बुलडोजर चलाएगी।'

वीडियो वायरल होने के बाद महंत धीरेंद्र के खिलाफ एफआईआर की मांग हो रही है। लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस ने अबतक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। बताया जा रहा है कि कथावाचक धीरेंद्र को मंत्रियों का संरक्षण प्राप्त है। हाल ही में शिवराज कैबिनेट में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह कथा सुनने पहुंचे थे। वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह भी उनसे मिलने पहुंचे थे। बहरहाल, अब देखना ये होगा कि कोर्ट मामले में क्या आदेश देती है।