इंदौर। आय से अधिक संपत्ति और मनी लांड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। ED ने इंदौर नगर निगम के पूर्व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मोहम्मद असलम खान की 5 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी अटैच कर ली है। तीन साल पहले लोकायुक्त पुलिस ने नगर निगम कर्मचारी असलम खान के यहां छापामार कार्रवाई की थी। असलम को 7 बार निलंबित किया गया था वहीं उसे 8वीं बार में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।

पिता की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले असलम खान की जो संपत्ति अटैच की गई है, उसमें एक किलो से ज्यादा का गोल्ड, खेती योग्य जमीन, कई प्लाट और करीब 25 लाख रुपए कैश शामिल है। भ्रष्टाचार के आरोपी बेलदार असलम खान पर प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल ही मनी लॉन्ड्रिंग में केस भी दर्ज किया था। दरअसल असलम खान नगर निगम में 16 साल से नौकरी कर रहा था, उसे 18 हजार रुपए मासिक वेतन मिलता था। इस हिसाब से उसे महज 22 लाख रुपए की आय होनी चाहिए। लेकिन उसके पास उससे कई गुना ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ है। आरोप है कि उसने भ्रष्टाचार कर के अकूत संपत्ति जमा की है।

माना जा रह है कि इस भ्रष्टाचार में इंदौर नगर निगम के अधिकारियों की भी मिलीभगत है। 2018 में लोकायुक्त के छापे में उसके ठिकानों से करीब 25 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त हुई थी। बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार के आरोपी असलम ने बहुत सारी रकम विभिन्न खातों से कमाए थे। उन पैसे से उसने चल और अचल संपत्ति की खरीददारी की थी। वहीं सोने चांदी के गहने,महंगी गाड़िया वाहन, अलग-अलग जगहों पर प्लॉट और खेत, और दुकानें खरीदी और उन्हें किराए पर देकर उनसे भी कमाई की।