भोपाल। ये खबर पढ़ने के बाद फेसबुक या किसी और सोशल मीडिया ऐप के जरिए विदेशी महिलाओं को गर्लफ्रेंड बनाने की ख्वाहिश रखने वालों या फिर सिर्फ चैटिंग करते-करते किसी को दिल दे बैठने वालों को सतर्क हो जाना चाहिए। देश में बड़ी संख्या में ऐसे साइबर ठग सक्रिय हैं जो चैटिंग के माध्यम से लोगों को नकली मोहब्बत के जाल में फंसाते हैं और फिर उनके रुपये लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सामने आया है। शहर के एक युवक को फर्ज़ी विदेशी गर्लफ्रेंड के चक्कर में 11 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है।

भोपाल के रहने वाले पवन नाम के इस युवक ने साइबर सेल में की गई ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत में बताया है कि सोशल मीडिया पर किसी विदेशी महिला के नाम से उसके पास फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। दोस्ती के बाद दोनों के बीच खुलकर बातें होने लगीं। पवन को लगा कि विदेशी लड़की उससे प्यार करने लगी है। इसके बाद लड़की ने कहा कि उसने पवन के लिए क्रिसमस का गिफ्ट भेजा है। कुछ दिन बाद उसने फिर पवन से कहा कि गिफ्ट करोड़ों का है, इसलिए एयरपोर्ट पर कस्टम में फंस गया है।

इसके बाद पवन के पास कस्टमर अधिकारी के नाम से फ़ोन आया और उसने डरकर अधिकारी द्वारा बताए गए आठ बैंक खातों में 11 लाख 22 हजार रुपये जमा करवा दिए। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। तब जाकर पवन समझ पाया कि उसके साथ ठगी हो चुकी है। पवन की शिकायत पर साइबर सेल की टीम ने इस पर गिरोह को पकड़ने के लिए जाल फैलाया और उन्हें पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली। इस जालसाजी का मुख्य आरोपी दिल्ली के पालम गांव में रहने वाला एक नाइजीरियन युवक है, जो लड़की बनकर चैट करता था।

आरोपी सोलोमोन वाजीरी ने पुलिस को बताया कि उसने सोशल मीडिया पर विदेशी महिलाओं के नाम से कई आईडी बना रखे हैं। इनके जरिए पहले तो वह युवाओं को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और दोस्ती के बाद लड़की बनकर उनसे रोमांटिक बातें करता था। कुछ दिन बाद सामने वाले शख्स को गिफ्ट भेजने के नाम पर फंसाकर ठग लेता था। पैसे गिफ्ट के कस्टम ड्यूटी में फंसे होने के नाम पर मांगे जाते थे। ये आरोपी इतना शातिर था कि दूसरे नामों से बैंक अकाउंट खुलवाता था। जिसके नाम पर अकाउंट होता उसे वो पैसा निकालने का कमीशन देता था। पुलिस के मुताबिक उसने अबतक 25 ऐसे बैंक अकाउंट्स की जानकारी दी है।