सागर। मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में किसानों की आत्महत्या का दर्दनाक सिलसिला रुक नहीं रहा। ज़िले के एक और किसान ने कर्ज से तंग आकर खुद को फांसी लगा ली। रहली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पटना के रहने वाले 50 साल के किसान सुदामा कुर्मी का शव खेत में एक पेड़ से लटका मिला है। पिछले दो सप्ताह के दौरान सागर ज़िले में तीन किसान हालात से निराश होकर खुदकुशी कर चुके हैं।
मध्य प्रदेश में किसानों की बदहाली और बढ़ती आत्महत्याओं पर कांग्रेस ने बीजेपी की शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने रहली की घटना की तस्वीर सोशल मीडिया के जरिए शेयर करते हुए लिखा है, “शवराज चरम पर है”
कांग्रेस ने किसानों की आत्महत्या को शिवराज सरकार की नाकामी बताया है। प्रदेश के मंत्री गोपाल भार्गव के इलाके गढ़ाकोटा में दो किसानों ने कर्ज से परेशान होकर जान दे दी थी। एक मामला 17 अक्टूबर का है, गढ़ाकोटा क्षेत्र के कुमेरिया गांव में एक किसान का दस दिन पुराना शव फांसी पर लटका मिला था। कर्ज से तंग आकर किसान ने फांसी लगा ली थी। खुदकुशी से दस पहले ही वह घर छोड़कर चला गया था। जिसका शव दस दिन बाद पेड़ पर लटका मिला था। जोकि कंकाल में बदल चुका था। उसके परिजन का कहना है कि वह किसान कर्ज की वजह से परेशान रहता था।
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वहीं गढ़ाकोटा इलाके के ही बाबूपुरा गांव में 61 वर्षीय मानसिंह लोधी ने अपने खेत में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने बेटे की शादी के लिए जमीन गिरवी रखकर कर्ज लिया था। किसान को उम्मीद थी कि सोयाबीन की फसल से कर्ज लौटा देगा लेकिन उसकी सोयाबीन की फसल खराब मौसम की वजह से बरबाद हो गई जिससे परेशान होकर उसने मौत के गले लगा लिया।
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प्रदेश में सोयाबीन की फसल खराब होने और कर्जे से परेशान किसानों की मौत पर विपक्ष सरकार पर लगातार सवाल खड़े कर रहा है।