भोपाल। नवरात्र 7 सितंबर गुरूवार से शुरू हो रहे हैं। जिसके लिए प्रशासन की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। पिछले साल की तरह इस साल भी सांस्कृतिक आयोजनों को पूरी तरह से बैन रखा गया है। गरबा, जगराते और भंडारों के आयोजनों पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है।

दुर्गा उत्सव के दौरान प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है। दुर्गा उत्सव समितियों से मिट्टी की मूर्तियां विराजने की अपील की गई है। वहीं दुर्गा पंडाल की साइज 30×45 फीट से ज्यादा नहीं रखा जा सकेगा। गणेश उत्सव की ही तरह ही दुर्गा उत्सव के दौरान भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों पक सख्त पाबंदी रखी गई है।वहीं स्थापना के लिए दुर्गा प्रतिमा लाते समय जूलूस और विसर्जन के दौरान चल समारोह पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। पर्यावरण सुरक्षा के मद्देनजर POP मूर्ति पर रोक है। अगर किसी दुर्गा पंडाल में POP की मूर्ति मिलेगी तो समिति पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है। अपील की गई है कि पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए मिट्‌टी की मूर्तियां बनाई और स्थापित की जाएं।

नवरात्रि के दौरान मूर्तियों की स्थापना करने और पूजा अर्चना ही की जा सकेगी। दुर्गा उत्सव समिति प्रबंधन द्वारा कोरोना गाइड लाइन का पालन करना सुनिश्चित करना होगा। आयोजकों को झांकी स्थल पर सोशल डिस्टेनसिंग, मास्क और सेनेटाइजर के नियम का पालन कराना आवश्यक होगा। दुर्गा उत्सवों के दौरान लगने वाले प्रतिबंधों पर अंतिम फैसला डिस्ट्रिक क्रासिस मेनेजमेंट लेगा। दुर्गा पूजा के दौरान की रैली, चल समारोह और जुलूस निकालने पर पूरी तरह प्रतिबंध लागू रहेगा।