भोपाल। मध्य प्रदेश में लागू होने वाली नयी आबकारी नीति को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। इसी बीच शिवराज सरकार में मंत्री गोपाल भार्गाव ने अपनी पार्टी की नेता उमा भारती को लेकर अजीबोगरीब बयान दे दिया है। गोपाल भार्गव ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी न किये जाने पर उमा भारती द्वारा आंदोलन करने की चेतावनी को राजनीति चुटकलेबाज़ी करार दे दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा है कि वे ऐसी चुटकुलेबाज़ी को अहमियत नहीं देते।  



गोपाल भार्गव से पत्रकारों ने उमा भारती के पुराने बयान पर प्रतिक्रिया मांगी थी, जिसमें उमा भारती ने यह एलान किया था कि अगर प्रदेश में जनवरी 2022 तक पूर्ण शराबबंदी लागू नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगी। गोपाल भार्गव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजनीति में ऐसी चुटकुलेबाज़ी चलती रहती है। इसलिये वे ज़्यादा इन बातों को अहमियत नहीं देते।  



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गोपाल भार्गव के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी की भी प्रतिक्रिया सामने आयी है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि आखिर कब तक भाजपा ऐसे ही उमा भारती का उपहास उड़ाती रहेगी? कांग्रेस प्रवक्ता ने गोपाल भार्गव के बयान का वीडियो साझा करते हुए कहा कि आख़िर भाजपा कब तक उमा भारती जी का मज़ाक़ उड़ाती रहेगी?पहले उनकी शराबबंदी की माँग को अनसुना किया, उल्टा हर घर में शराब पहुँचाने के इंतज़ाम कर दिये और अब मंत्री गोपाल भार्गव उनकी चेतावनी व माँग को चुटकलेबाज़ी बताकर व उसे अहमियत नही देता बताकर, किस तरह उनका उपहास उड़ा रहे है?





दरअसल उमा भारती ने पिछले वर्ष मध्य प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग उठायी थी। उन्होंने शिवराज सरकार से प्रदेश भर में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की मांग की थी। ताकि प्रदेश में समाज सुधार की बयार बह सके। उमा भारती ने कहा था कि अगर प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू नहीं हुई तो वे 15 जनवरी को सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगी। 



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लेकिन उमा भारती की इस चेतावनी के उलट शिवराज सरकार ने प्रदेश में नयी आबकारी नीति लागू करने का एलान कर दिया। जिसके तहत शिवराज सरकार ने प्रदेश में बिकने वाली शराब पर टैक्स घटा दिया। शिवराज सरकार के इस फैसले और तय समयावधि में पूर्ण शराबबंदी न लागू होने के बाद उमा भारती सड़कों पर नज़र नहीं आयीं।