भोपाल। जेपी अस्पताल के सीनियर डॉक्टर हजारी लाल भूरिया ने शनिवार को फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली है। डॉक्टर भूरिया जयप्रकाश चिकित्सालय के ब्लड बैंक ऑफिसर के तौर पर काम करते थे। उन्होंने अपने सरकारी मकान में फांसी पर लटककर जान दे दी।  64 वर्षीय डॉक्टर भूरिया कुत्ता बांधने वाली रस्सी से पंखे पर लटके मिले। डाक्टर भूरिया के रिटायरमेंट को एक साल बाकी था, वे अगले रिटायर होने वाले थे। डॉक्टर के घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिसकी वजह से आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार डाक्टर हजारी लाल भूरिया सागर जिले के निवासी थे। उनकी पत्नी सागर में डाक्टर हैं। और वे भोपाल के जेपी अस्पताल पोस्टेड थे। इसी अस्पताल कैंपस में उन्हें घर मिला हुआ था। भोपाल में सरकारी मकान में वे अकेले ही रह रहे थे। डाक्टर की मौत का पता उस वक्त चला जब शनिवार सुबह उनका नौकर घर पहुंचा। लेकिन दरवाजा खटखटाने के बाद भी डॉक्टर ने दरवाजा नहीं खोला तो उसे चिंता हुई उसने पड़ोसियों को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस को खबर की गई। यह कुक रोजाना सुबह डाक्टर के लिए खाना बनाने आता था, वही घर का अन्य काम भी करता था।

मामले की खबर पाकर हबीबगंज थाना पुलिस पहुंची और दरवाजा तोड़कर देखा तो डाक्टर फांसी पर लटके मिले। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, पड़ोसियों और साथी कर्मचारी और नौकर का बयान लिया गया है। पति की मौत की खबर सुनकर डाक्टर भूरिया का परिवार भोपाल के लिए रवाना हो गया है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने की कोशिश की जा रही है।