भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी पारा परवान चढ़ते जा रहा है। इसी बीच नेताओं के बीच तकरार भी जारी है। प्रदेश में सियासी संवाद अब श्रीफल से चलकर अब शैम्पेन तक आ पहुँचा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार एक दूसरे पर हमलावर हैं। शिवराज सिंह चौहान के नारियल वाले बयान पर कमल नाथ ने पलटवार करते हुए कहा है कि शिवराज अपनी चुनावी सभाओं में झूठे चुनावी नारियल फोड़ कर, नारियल की पवित्रता का मज़ाक उड़ा रहे हैं।  





कमल नाथ ने शिवराज के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि 'शिवराज जी, आपने ठीक कहा कि नारियल पवित्रता का प्रतीक है, सेवा का प्रतीक है,इसका उपयोग हम पूजा में करते हैं इसीलिए तो मैं कहता हूं कि आप झूठे चुनावी नारियल फोड़कर पवित्रता के प्रतीक इस नारियल का मजाक मत उड़ाइये, इसे गुमराह व भ्रमित करने वाली राजनीति का हिस्सा मत बनाइये।' 



कमल नाथ ने आगे कहा 'मुझे खुशी होती यदि आप 15 वर्ष जेब में नारियल लेकर चलते लेकिन आप तो सिर्फ चुनाव में ही नारियल लेकर चलते हैं और उसे कहीं भी फोड़ देते हैं , उससे मुझे आपत्ति है।मुझे उस समय भी खुशी होगी जब आप लोकार्पण के नारियल फोड़ेंगे।'



क्या कहा था शिवराज ने ? 

शिवराज ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने साक्षात्कार में कहा था कि 'मध्यप्रदेश में विकासकार्य सम्पन्न हो रहे हैं, इससे कांग्रेस के नेताओं के पेट में दर्द तो होगा ही। किसी भी कार्य को प्रारम्भ करने से पूर्व नारियल फोड़ना भारतीय संस्कृति में पवित्र माना गया है। मैं नारियल लेकर चलता हूँ, शैम्पेन की बोतल लेकर नहीं चलता हूँ।'





कमल नाथ ने शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि 'आप तो चुनाव को देखते हुए सिर्फ़  झूठे भूमिपूजन और शिलान्यास के नारियल फोड़ रहे है , जैसे आपने पिछले 15 वर्ष फोड़े। जिन 13 हज़ार किलोमीटर की सड़कों के लोकार्पण का आप जिक्र कर रहे हैं , ज़रा प्रदेश की जनता को यह भी बता दीजिये।'