भोपाल। प्रदेश में होने वाले उपचुनावों के मद्देनजर कांग्रेस ने कमर कस ली है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा है कि जिसका जनता से जुड़ाव होगा, वही चुनाव जीतेगा। कमल नाथ ने कहा कि इन चुनावों में हमारा (कांग्रेस) सामना भाजपा से नहीं बल्कि उसके संगठन से है। 

कमल नाथ ने उपचुनावों को लेकर कांग्रेस की रणनीति पर चर्चा करते हुए कहा कि जो प्रत्याशी जीतने योग्य होगा, कांग्रेस उसे ही मैदान में उतारेगी। पीसीसी चीफ ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सभी कार्यकर्ता पूरी तैयारी के साथ इन चुनावों के लिए जुट जाएं। कमल नाथ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दमोह उपचुनाव में मिली भारी जीत की याद दिलाते हुए कहा कि दमोह की ही तर्ज पर हमें इन चुनावों को लड़ना है। 

कमल नाथ ने कहा कि चुनावी पद्धति में संसद, विधानसभा, नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत स्तर के चुनाव होते हैं। इसी कड़ी में उपचुनाव भी होते हैं। कमल नाथ ने कहा कि उपचुनाव में जीत से किसी की सरकार नहीं बनती, लेकिन उपचुनावों में जीत से जनता के बीच एक मजबूत संदेश जाता है। कमल नाथ ने कहा कि आगामी उपचुनावों में जीत दर्ज कर कांग्रेस दो साल बाद होने वाले प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए अपना दावा मजबूत करेगी। 

कमल नाथ ने अपने पंद्रह महीने के कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल की आलोचना नहीं हो सकती। उनके कार्यकाल में एक नए और प्रगतिशील मध्य प्रदेश की नींव रखी गई थी। लेकिन आज शिवराज सरकार के कार्यकाल में हर वर्ग परेशान है। किसान और छात्र परेशान हैं। बेरोजगारी बढ़ रही है, दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहा है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। 

दरअसल मध्य प्रदेश में जल्द ही विधानसभा की तीन सीटों जबकि लोकसभा की एक सीट पर उपचुनाव होना है। यह सभी सीटें तीन विधायकों और एक सांसद के निधन के बाद रिक्त हुई हैं। जिन तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उसमें जोबट, पृथ्वीपुर और रेंगवा की सीट है। यहां क्रमशः कलावती भूरिया(कांग्रेस), बृजेंद्र सिंह राठौर(कांग्रेस) और जुगल किशोर का कोरोना से निधन हो गया है। जबकि खंडवा से बीजेपी के लोकसभा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान का भी कोरोना के कारण निधन हो गया था।