भोपाल। राजधानी में 24 जुलाई शुक्रवार की रात 8 बजे से 10 दिन का टोटल लॉकडाउन लग गया है। यह 4 अगस्त की सुबह 5 बजे तक रहेगा। ऐसे में कलेक्टर के आदेश पर धारा 144 भी लागू हो गई है। इसका कड़ाई से पालन कराने के लिए सख्ती की जाएगी। इसी सख्ती के लिए भोपाल जिला प्रशासन ने तुग़लकी फैसला लिया। शहर में वाहनों का प्रवेश रोकने के लिए शाम को हाई भोपाल नेशनल हाई वे को मिट्टी डाल कर बंद किया गया।
शहर में यूँ तो रात 8 बजे से लॉकडाउन लागू होना था मगर जिला प्रशासन ने 4 बजे ही बैरिकेडिंग की जगह सड़क पर मिट्टी डालकर आवाजाही रोक दी। मंडीदीप और भोपाल के बीच समरधा में बीच सड़क पर मिट्टी डलवाई गई। इस बेतुके निर्णय से मंडीदीप, होशंगाबाद, औबेदुल्लागंज, बुधनी, नसरुल्लागंज आदि की ओर से भोपाल आए लोगों के लिए अपने घर लौटना मुश्किल हो गया। सड़क पर मिट्टी का ढेर होने के कारण वाहनों के निकलने की जगह तक नहीं बची। इस कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई।
राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने भी जिला प्रशासन के इस कृत्य की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट किया कि भोपाल कलेक्टर ने भोपाल-होशंगाबाद राजमार्ग पर मिट्टी डलवाकर रास्ता बंद कर दिया। लॉकडाउन लागू करने का अधिकार भोपाल कलेक्टर को है, लेकिन राजमार्ग बंद करने का नहीं। ज़रूरी,इमरजेंसी और इंटर स्टेट रोड मूवमेंट कभी अवरुद्ध नहीं करते। क्या मैं इसे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की चूक मानू? भोपाल से होशंगाबाद हाइवे को इस तरह अवरुद्ध किया। अजब ग़ज़ब है हमारा मध्य प्रदेश और भोपाल का प्रशासन। पब्लिक की असुविधा से बेख़बर और निश्चिंत।