भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी दल बीजेपी को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं। इसी बीच अब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में बड़ी सेंधमारी की है। अनुसूचित जाति वर्ग के कद्दावर नेता व प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के अध्यक्ष कमल सिंह चौहान ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है।

सीहोर जिले के आष्टा विधानसभा क्षेत्र से आने वाले प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल सिंह चौहान ने मंगलवार को कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। कमल सिंह चौहान आष्टा से जिला पंचायत सदस्य भी हैं। वे आष्टा विधानसभा से 3 बार विधानसभा चुनाव लड़ भी चुके हैं। माना जा रहा है कि इस बार वे कांग्रेस की टिकट पर ताल ठोक सकते हैं।

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जानकारी के मुताबिक मंगलवार दोपहर कमल सिंह चौहान के साथ दो हजार कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए कांग्रेस की सदस्यता ली। इस दौरान कमल सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार के कारण देश में लोकतंत्र और संविधान खतरे में है। हम आज संकल्प लेते हैं कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए मध्य प्रदेश से भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।

कमल सिंह चौहान ने बीते दिनों हुए जिला पंचायत पंचायत सदस्य का चुनाव 10600 से अधिक वोटों के अंतर से जीता था। अनुसूचित जाति वर्ग के मतदाताओं में उनकी अच्छी पकड़ है। आष्टा विधानसभा क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों में भी उनका प्रभाव है। चौहान के कांग्रेस में शामिल होने के बाद सीहोर जिले में कांग्रेस की स्थिति और मजबूत हो गई है। ऐसे में इस बार सीएम शिवराज के समक्ष अपने गृह जिले में पार्टी की जीत बरकरार रखने की चुनौती होगी।