भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस एक्शन मोड में आ गई है। कांग्रेस ने आगामी नगरीय चुनाव ईवीएम की जगह मतपत्रों से संपन्न कराने की मांग की है। कांग्रेस ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा है। इस ज्ञापन पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया और अरुण यादव के हस्ताक्षर शामिल हैं।

ज्ञापन में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि प्रदेश में जितने भी चुनाव ईवीएम से सम्पन्न हुए हैं, उनमें ईवीएम मशीनों की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगाया जाता रहा है। हर बार मतदाताओं द्वारा शिकायतें की जाती रही हैं कि ईवीएम से जिस प्रत्याशी को मतदान किया जाता है, वह उसे न मिलकर किसी और प्रत्याशी के खाते में दर्ज हो जाता है। इससे मतदाता को हमेशा संशय बना रहता है कि उन्होंने जिसे वोट दिया, उसे मिला भी या नहीं? यही वजह है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ईवीएम मशीन से होने वाले मतदान की प्रक्रिया को पूर्ण रूप से अस्वीकार करती है।

कमल नाथ ने ज्ञापन में साफ तौर पर उल्लेख किया है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी जनवरी 2020 से लगातार मतपत्रों से चुनाव कराने का अनुरोध करती आ रही है। पार्टी ने राज्य निर्वाचन आयोग से बार-बार कहा है कि ईवीएम मशीन से होने वाले मतदान की विश्वसनीयता संदिग्ध है। कांग्रेस ने एक बार फिर से इसी आधार पर मांग की है कि प्रदेश में इस साल होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में मतदान ईवीएम की जगह बैलट पेपर से कराया जाए।