राजभवन परिसर में कोरोना संक्रमण के बाद कर्मचारियों के आवास क्षेत्र को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। आगंतुकों के आवागमन, कर्मचारियों के स्वास्थ्य आदि की कड़ी मॉनिटरिंग के लिए रोज समीक्षा होगी।  कैबिनेट जैसे व्यवस्था के मामलों पर तत्काल परिस्थिति के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।

राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे ने बताया कि राज्यपाल के निवास और कार्यालय लाल कोठी को इनर जोन बनाकर आवागमन व्यवस्थाओं की निगरानी की जा रही है। कार्यालयों के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के निर्देश दिए गए हैं। परिसर स्थित कार्यालयों को अस्थाई रूप से बंद किया गया है। आवश्यकता होने पर ही कर्मचारियों को बुलाया जायेगा। राजभवन को पृथक क्षेत्र दर्शाने के लिए बैरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई हैं। राजभवन में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाना सुनिश्चित किया गया है। आगंतुकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है। राजभवन परिसर में निवासरत तथा कार्यरत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जायेंगी। राजभवन के इनर जोन में कार्यरत किचिन एवं अटेण्डेंट आदि के स्वास्थ्य की नियमित जानकारी लेकर उनका उत्तम स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जायेगा। राजभवन के गेट नं 1 एवं 3 को पूर्णतः सील किया गया है। राजभवन परिसर में निवासरत सभी परिवारों को मेडीकल इमरजेंसी को छोडकर तीन दिवस तक बाहर जाने पर प्रतिबंध रहेगा। संबंधित को बाहर जाने से पूर्व आवश्यक अनुमति प्राप्त करनी होगी। सभी को सुरक्षा मापदंड का पालन करना होगा। शेष किसी अन्य परिस्थिति में किसी व्यक्ति को सक्षम अधिकारी की अनुमति के बाद ही प्रवेश दिया जायेगा।

सचिव दुबे ने बताया कि राज्यपाल के निवास क्षेत्र में बिना अनुमति के किसी भी व्यक्ति का आवागमन नहीं होगा। राज्यपाल से मुलाकात से पूर्व सभी प्रकार की सावधानियां और प्रोटोकाल जैसे दो गज दूरी रखने, मास्क एवं शू कव्हर पहनने, सेनेटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग आदि सुनिश्चित करने के बाद ही मुलाकात की अनुमति की व्यवस्था है। आवश्यकतानुसार कारकेड की उपलब्धता की व्यवस्था भी की गयी है।