कोरोना महामारी के प्रकोप की वजह से इस समय देश भर में बेरोज़गारी अपने चरम पर है। लॉकडाउन ने कारण लाखों की संख्या में प्रवासी मज़दूर बड़े शहरों से अपने अपने गांवों की लौट चुके हैं। उनके पास रोज़गार का कोई साधन नहीं बचा है। सरकार ने प्रवासियों श्रमिकों तथा ग्रामीणों मनरेगा के तहत रोज़गार प्रदान करने की बात कही है। लेकिन पनागर के आदिवासी गांव जैतपुर में लोग रोजगार का संकट झेल रहे हैं और दूसरी तरफ सरपंच गांव के 13 एकड़ तालाब की खुदाई जेसीबी से करवा रहे हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जैतपुर सरपंच के इस कदम से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। पीपुल्स समाचार के अनुसार जैतपुर के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से शिकायत की है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मनमाने कार्य को तत्काल रूकवाया जाए तथा तालाब की खुदाई मशीन से नहीं श्रमिकों से करवाई जाए।