मध्यप्रदेश में 19 जून को राज्यसभा की 3 सीटों के लिए वोटिंग होनी है। हाइकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में राज्‍यसभा चुनाव स्थगित करने के लिए एक याचिका दायर दायर की गई है। इस याचिका पर सुनवाई 16 जून को होगी। सामाजिक कार्यकर्ता अमन शर्मा की तरफ से एडवोकेट अभिनव धनोतकर ने याचिका लगा कर राज्यसभा चुनाव स्थगित करने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया कि जब तक विधानसभा के उपचुनाव नहीं हो जाते तब तक राज्यसभा के चुनाव न कराए जाएं क्योंकि जब राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हुई थी तब मध्यप्रदेश विधानसभा में 228 विधायक थे केवल दो सीटें ही खाली थीं। लेकिन इस समय 10 फीसदी विधायक कम हैं केवल विधानसभा में 206 विधायक ही बचे हैं। याचिका में कहा गया है कि राज्यसभा चुनाव में सभी विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए, लेकिन अभी विधानसभा की 24 सीटें खाली हैं इसलिए पूरे इलाकों का प्रतिनिधित्व नहीं हो पाएगा।

कोरोना के बढ़ते संक्रमण का भी किया जिक्र

हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया कि राज्यसभा चुनाव जब पहली बार स्थगित किए गए थे, तब देश में कोरोना के 5 हजार के करीब मामले थे। लेकिन अब देश में 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। अब कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसे में चुनाव कराना उचित नहीं हैं। अत: राज्यसभा के चुनाव तत्काल प्रभाव से रोके जाएं। याचिका में यह भी कहा गया है कि मध्य प्रदेश विधानसभा में एक विधायक कोरोना पॉजिटिव हैं और उनके संपर्क में आने वाले 22 विधायकों को कोरेन्टाइन किया जा सकता है। ऐसे में भले ही चुनाव आयोग ने कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी को पीपीई किट पहनकर सबसे आखिरी में मतदान करने की अनुमति दे दी हो, लेकिन ये विश्व स्वास्थ्य संगठन और आईसीएमआर की गाइडलाइन के खिलाफ है। इस महामारी से संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल और घर से निकलने की अनुमति नहीं है।