भोपाल। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा कराए गए ऐंटीबॉडी टेस्ट के नतीजे मध्य प्रदेश के लोगों के लिए राहत भरी है। आईसीएमआर के मुताबिक एमपी के लोगों की शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे ज्यादा ऐंटीबॉडी हैं। राज्य के 79 फीसदी आबादी में कोरोना वायरस के खिलाफ ऐंटीबॉडी पाई गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत के 21 राज्यों के 70 जिलों में आईसीएमआर द्वारा किए गए नेशनल सीरो सर्वे के चौथे दौर के निष्कर्षों को साझा किया है। सर्वे 14 जून से 6 जुलाई के बीच की गई थी। सर्वे के नतीजों के मुताबिक मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 79 फीसदी लोगों के शरीर में ऐंटीबॉडी पाई गई। जबकि केरल में सबसे कम सीरो प्रिवलेंस 44.4 फीसदी दर्ज की गई।

देश के अन्य राज्यों की बात करें तो राजस्थान में 76.2 फीसदी, बिहार में 75.9 फीसदी, गुजरात में 75.3 फीसदी, असम में 50.3 फीसदी और महाराष्ट्र में 58 फीसदी सीरो-प्रिवलेंस है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 71.0 फीसदी, कर्नाटक में 69.8 फीसदी, तमिलनाडु में 69.2, ओडिशा में 68.1, पंजाब में 66.5, तेलंगाना में 63.1, और पश्चिम बंगाल में 60.9 फीसदी है। सीरो सर्वे के निष्कर्षों का उल्लेख करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे आईसीएमआर के परामर्श से स्वयं के सीरो अध्ययन का संचालन करें। 

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सीरो सर्वे में सबसे उपर मध्य प्रदेश है। इसका मतलब यह है कि राज्य हर्ड इम्युनिटी हासिल करने में सबसे आगे है। राज्य में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति भी यही बता रही है। वर्तमान में एमपी में बेहद कम कोरोना केस सामने आ रहे हैं। जबकि इसके ठीक उलट सर्वे के निष्कर्ष में सबसे नीचे रहने वाले केरल की बात करें तो देश भर में बुधवार को सामने आए नए मामलों में 50 फीसदी मामले वहीं के हैं। संक्रमण के इतने केस आने का स्पष्ट मतलब है कि काफी लोगों में एंटीबॉडी विकसित नहीं हो पाई है।