इंदौर। इंदौर में एक बेहद ही चौंकाने और दिल दहलाने वाला मामला आया है। यहां महज़ 17 वर्षीय एक नाबालिग लड़की ने अपने ही मां बाप की हत्या करवा दी है। पिता की शराबखोरी और प्रेमी का पता चलने पर पिटाई से दुखी बेटी ने अपने पिता की हत्या करवा दी। साथ ही अपनी मां को भी अपने प्रेमी से कहकर मौत के घाट उतारवा दिया। 

माता पिता की हत्या के बाद लड़की अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। एक शातिर कातिल की ही तरह दोनों अपने फोन छोड़ कर गए थे। ताकि पुलिस उनका पता न लगा सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अपने माता पिता के कत्ल को अंजाम देने के बाद लड़की ने अलमारी से एक लाख रुपए निकाले और सुबह सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर बंद कर अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। दोनों अपने किसी दोस्त की एक्टिवा से गांधीनगर तक गए। इसके बाद बाइक पर सवार हो कर विजय नगर चौराहे चले गए। दोनों का इरादा भागकर प्रतापगढ़ जाने का था। लेकिन दोनों जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में आ गए। 

चूंकि दोनों की जान पहचान और सभी रिश्तेदारों के फोन ट्रेसिंग में रखे हुए थे। लड़के ने अपने किसी दोस्त को फोन किया। जिसके बाद पुलिस को इनके लोकेशन का पता चला। इंदौर पुलिस ने मंदसौर पुलिस को दोनों के लोकेशन की जानकारी दी। और दोनों गिरफ्त में आ गए। 

पिता शराब पीकर मारते थे, मां एक सही इंसान नहीं थी: लड़की 
अपने मां बाप का कत्ल करवाने वाली लड़की महज़ 17 वर्ष की है। फर्राटेदार अंग्रेज़ी बोलने वाली लड़की के अभी भी नौंवी कक्षा में 82 प्रतिशत मार्क्स आए हैं। लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके पिता रोज़ाना शराब पीकर आते थे। जब उसके पिता को लड़की के प्रेमी के बारे में पता चला तो पिता ने उसकी खूब पिटाई भी की थी। लड़की ने अपनी मां को लेकर कहा कि वे हमेशा मेक अप करती थी। दिन भर अनजान लोगों से फोन पर बात किया करती थी। लड़की ने कहा कि उसकी मां सही नहीं थी। लड़की ने पुलिस को बताया कि वो अपने मां बाप के साथ नहीं रहना चाहती थी। उसने यह भी बताया कि जब उसका भाई इंदौर छोड़कर गया तो उसके दोस्त उसकी जासूसी करने लगे थे।

प्रेमी ने बताया पूरा घटनाक्रम 
लड़की के प्रेमी धनंजय ने पुलिस को बताया कि लड़की ने  बुधवार तड़के 3.30 बजे उसे फोन किया कि उसके पिता शराब की कर आए हैं। मैं 4 बजे वहां पहुंच गया। आगे वाले कमरे में मां सोई थी। इसलिए मैंने पहले उन्हीं पर हमला किया। उनकी चीख सुनकर लड़के के पापा बाहर आए।जैसे ही वे बाहर आए मैंने उन पर भी हमला कर दिया। हत्या के बाद हमने अलमारी से 1 लाख रुपए निकाले और सुबह कैमरे का डीवीआर बंद कर भाग गए। हम दोनों दोस्त की एक्टिवा से गांधीनगर पहुंचे, एक्टिवा लौटाई और घर से बाइक लेकर विजयनगर चौराहे चले गए। यहां हमने नाश्ता किया और निकल गए। हम प्रतापगढ़ में सेटल होना चाहते थे. लेकिन गिरफ्त में आ गए।