ग्वालियर। ग्वालियर के माहोरकर बाड़े की अरबों की ज़मीन पर अवैध ढंग से कब्ज़ा करने के आरोपों में घिरे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में सफाई दी है। इस मामले में कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते सिंधिया ने कहा कि मेरी संपत्ति 300 साल पुरानी है। मैं अगर किसी राजपरिवार में पैदा हुआ हूं तो इसमें मेरी क्या गलती है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि मैं उन लोगों से सवाल करना चाहता हूं, जो नए-नए महाराजा बने हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस तरह कांग्रेस पर पलटवार भले ही कर दिया हो, लेकिन इससे उन पर लगे आरोपों का मसला खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि कांग्रेस तो इस मसले को सुप्रीम कोर्ट तक उठाने की चुनौती दे रही है। 

 

360 करोड़ रुपये की जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप

दरअसल, कांग्रेस आरोप लगा रही है कि सिंधिया परिवार ने ग्वालियर के जयेन्द्रगंज स्थित माहोरकर के बाड़ा की 8 बीघा से ज्यादा जमीन पर कब्जा किया है। इस बेशकीमती जमीन की कीमत कम से कम 360 करोड़ रुपये है। ज्योतिरादित्य भले ही इस मामले में सफाई देते हुए पुश्तैनी संपत्ति होने की बातें कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस का कहना है कि यह बाड़ा ग्वालियर के पूर्व राजघराने की व्यक्तिगत सम्पत्ति की सूची में शामिल नहीं था। इसके बावजूद फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सिंधिया परिवार ने उस जमीन पर अवैध कब्जा किया। इतना ही नहीं, उस जमीन पर अवैध निर्माण करके आज भी वहां किराया वसूली की जा रही है। उस जमीन के कुछ हिस्से को अपंजीकृत सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट के माध्यम से बेचकर करोड़ों रुपयों की अवैध वसूली का आरोप भी कांग्रेस ने लगाया है।

और पढ़ें: Jyotiraditya Scindia: सिंधिया परिवार ने 360 करोड़ रुपए के माहोरकर बाड़े पर किया अवैध कब्ज़ा, कांग्रेस का आरोप

जाली दस्तावेजों के आधार पर जमीन पर कब्जे का आऱोप

कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा मीडिया के सामने आरोप लगा चुके हैं कि फर्जी दस्तावेजों और राजनीतिक रसूख के बल पर सिंधिया ने करोड़ों की जमीन पर कब्जा किया है। कांग्रेस ने सिंधिया परिवार द्वारा कब्जा की गई अरबों रुपये की जमीनों की हेरा-फेरी के मामले को सर्वोच्च न्यायालय तक ले जाने की चेतावनी भी दी है। कांग्रेस का आरोप है कि इस आपराधिक कृत्य में सरकारी अधिकारियों ने भी सिंधिया का सहयोग किया है। कांग्रेस ने भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ केस दर्ज कराने की बात भी कही है। आपको बता दें कि जब ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में थे तब बीजेपी के आला नेता प्रभात झा और शिवराज सिंह चौहान उन्हें भू माफिया करार देते थे। अब वही बीजेपी उनकी तरफदार बनी हुई है।