नेपानगर। मध्य प्रदेश के नेपानगर की न्यू कॉलोनी में वन विभाग के धूलकोट रेंज में पदस्थ डेप्यूटी रेंजर कृष्ण कुमार बर्मन ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से पेट में गोली मार ली। गोली लगने के बाद परिजन और स्थानीय लोग उन्हें तुरंत नेपानगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें बुरहानपुर जिला अस्पताल रेफर किया, जहां उनका इलाज जारी है।

रिश्वत लेते पकड़े गए थे
डेप्यूटी रेंजर कृष्ण कुमार बर्मन का नाम कुछ दिन पहले ही चर्चा में आया था। बीते 16 सितंबर को लोकायुक्त इंदौर की टीम ने उन्हें 4,000 रुपयों की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। यह कार्रवाई अंबा गांव निवासी सदाशिव डावर की शिकायत पर हुई थी। इस घटना के बाद से बर्मन दबाव और मानसिक तनाव में थे।

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सुसाइड नोट में पांच लोगों पर आरोप
पुलिस को मौके पर से बर्मन का सुसाइड नोट मिला है। इसमें उन्होंने पांच लोगों पर प्रताड़ना और साजिश का आरोप लगाया है। इनमें रेंजर शंकर सिंह चौहान, वनपाल नारायण, शिकायतकर्ता सदाशिव डावर, दिलीप बामन्या, नवल (कियोस्क सेंटर बोरी) का नाम शामिल हैं। अपने सुसाइड नोट में बर्मन ने लिखा है कि उन्हें जानबूझकर लोकायुक्त मामले में फंसाया गया और उनकी छवि खराब की गई। इसी कारण उन्होंने यह बड़ा कदम उठाया।

अधिकारियों ने कहा जांच के बाद स्पष्ट होगी स्थिति
वन विभाग के एसडीओ विक्रम सुलिया ने बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार बर्मन ने खुद को साजिश का शिकार बताया है। संभवतः इसी दबाव में उन्होंने गोली मारी। हालांकि, मामले की सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी। नेपानगर थाना टीआई ज्ञानू जायसवाल और एएसआई शहाबुद्दीन कुरैशी ने भी पुष्टि की कि बर्मन ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से पेट में गोली मारी है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।