विवादों से दूर रहने वाले जनप्रिय नेता, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ शालीनता से पेश आते हैं वे हैं प्रद्युम्न सिंह तोमर । ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक प्रद्युम्न सिंह खुद को सिंधिया परिवार का सेवक कहते हैं। सार्वजनिक रूप से ज्योतिरादित्य की चरण वंदना करते कई बार नजर आए हैं। प्रद्युम्न सिंह कमलनाथ सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री थे और अब शिवराज कैबिनेट में मंत्री बने हैं।
प्रद्युम्न सिंह तोमर कांग्रेस सरकार में मंत्री रहते हुए भी नालियों में उतर कर गंदगी साफ करते नजर आ चुके हैं। वहीं पिछले दिनों बिना चप्पल के गर्मी में सड़कों पर घूमने को लेकर खूब सुर्खियां भी बटोरी थीं। उन्होंने सरकारी दफ्तर का शौचालय साफ किया था और लोगों को सफाई का महत्व बताया था। सरल सहज स्वभाव, विवादों से दूर रहना, जनता में उपलब्धता, जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ शालीन बर्ताव प्रद्युम्न सिंह का सबसे मजबूत पक्ष माना जाता है।
एक जनवरी, 1968 को ग्राम नावी तहसील अम्बाह जिला मुरैना में जन्मे 52 वर्षीय प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व विधायक, ग्वालियर विधानसभा सीट से आते हैं । उन्होंने 1984 में छात्र राजनीति शुरू की थी। 1984 में माधवराव सिंधिया ने ग्वालियर लोकसभा से चुनाव लड़ा तब प्रद्युम्न सिंह ने युवा छात्र नेता के तौर पर प्रचार की कमान संभाली थी। 1990 से 2000 के बीच प्रद्युम्न सिंह तोमर मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस के सचिव और उपाध्यक्ष रहे। मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था।
प्रद्युम्न सिंह ने 2008-बीजेपी के जयभान सिंह पवैया को 2090 वोट से हराया था। वहीं 2013-बीजेपी के जयभान सिंह पवैया से 15561 वोट से खुद हार गए थे। साल 2018-बीजेपी के जयभान सिंह पवैया को 21044 वोट से हराया था। प्रद्युम्न सिंह तोमर कमलनाथ सरकार में मंत्री बनने के बाद भी अपने क्षेत्र की जनता से लगातार जुड़े रहे। अपने क्षेत्र की समस्याओं को हल करने के लिए जनता के बीच अक्सर दिखाई देते हैं।