मध्य प्रदेश के नीमच से दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। नीमच जिला अस्पताल में एक दिन पहले जन्मे 17 बच्चों की तबीयत इंजेक्शन के गलत असर कर देने से बिगड़ गई। बच्चों को उल्टी, बुखार और शरीर में फफोले आ गए। 

घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिस के साथ अस्पताल अधिकारी पहुंचे और परिजनों को समझाया। 6 बच्चों की तबीयत नाजुक होने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया। बाकी बच्चों को जनरल वार्ड में भर्ती किया। पुलिस ने बताया कि अभी सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है, और एंटीबायोटिक इंजेक्शन जब्त कर लिए है।

जानकारी के मुताबिक अस्पताल में शुक्रवार को नाइट शिफ्ट में आए नर्सिंग स्टाफ ने शिशु वार्ड में भर्ती 26 बच्चों को ठंड व कपकपी के लिए सैफ्ट्रीएक्सोन इंजेक्शन लगाया था। जिसके कुछ समय बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई और वार्ड में हड़कंप मच गया। मौके पर एडीएम लक्ष्मी गामड़, एसडीएम ममता खेड़े, तहसीलदार संजय मालवीय, सिविल सर्जन महेंद्र पाटिल और टीआई पुष्पा चौहान पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे।


एसडीएम ने कहा कि, ड्यूटी स्टाफ ने 50 वायल का बॉक्स खोल कर सैफ्ट्रीएक्सोन इंजेक्शन बच्चों को लगाया था। यह एंटीबायोटिक इंजेक्शन सुबह - शाम दिया जाता है। आशंका है कि नए बॉक्स में कुछ गड़बड़ी हो सकती है। इंजेक्शन को जांच के लिए लैब भेजा गया है। अब पूरा मामला जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।