इंदौर| इंदौर में नीट यूजी 2025 परीक्षा के दौरान बिजली गुल हो जाने से करीब 600 छात्रों की परीक्षा प्रभावित हुई थी। जिले के लगभग 11 परीक्षा केंद्रों पर आंधी और बारिश के कारण बिजली चली गई थी, जिससे छात्रों को अंधेरे में परीक्षा देनी पड़ी। कई केंद्रों पर बिजली बैकअप की कोई व्यवस्था नहीं थी और कुछ जगहों पर मोमबत्तियां जलाकर परीक्षा करवाई गई। इस गंभीर लापरवाही को लेकर छात्रों और अभिभावकों ने नाराजगी जताई और इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की।
बिजली संकट और परीक्षा में आई बाधाओं के कारण कुल 17 छात्रों ने एमपी हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में याचिका दायर की थी, जिन्हें बाद में एक याचिका में शामिल कर लिया गया। कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA), बिजली कंपनी और परीक्षा केंद्रों को नोटिस जारी किए हैं और 30 जून तक जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा है कि जब तक इस मामले में अंतिम निर्णय नहीं आ जाता, तब तक नीट यूजी 2025 का रिजल्ट घोषित न किया जाए।
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इस साल पहली बार सरकारी स्कूलों को नीट यूजी के परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। इंदौर के 49 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 27 हजार छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें से बड़ी संख्या में छात्रों की परीक्षा खराब हुई। कुछ छात्रों ने बताया कि उन्होंने एम्स जैसे संस्थानों के लिए तैयारी की थी, लेकिन परीक्षा में आई बाधाओं ने उनका भविष्य अधर में डाल दिया।