भोपाल। रायसेन जिले के गैरतगंज SDM को 45 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया है। सब डिविजनल मजिस्ट्रेट मनीष जैन के साथ उनके रीडर और कम्प्यूटर ऑपरेटर को भी गिरफ्तार किया गया है। एक कारोबारी से स्टोन क्रशिंग यूनिट लगाने की परमीशन देने की एवज में SDM घूस ले रहे थे। SDM को लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा है। 45 हजार रुपये SDM के बाबू दीपक श्रीवास्तव ने लिये थे। स्टोर क्रेशर की परमीशन के बदले कारोबारी तनवीर पटेल से SDM ने एक लाख रुपए की डिमांड की थी।

यह स्टोन क्रेशर ग्राम अगरियाकला में शुरू किया जाना था। कारोबारी ने इसकी शिकायत भोपाल लोकायुक्त में कर दी। जिसके बाद लोकायुक्त SDOP संजय शुक्ला समेत 8 सदस्यीय टीम में SDM को ट्रैप करने का प्लान बनाया। रिश्वत लेते पकड़े जाते ही SDM मनीष जैन की तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें रायसेन जिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। यह पहला मौका नहीं है जब SDM मनीष जैन पर सवाल उठे हैं, उनकी कार्यप्रणाली शुरू से विवादों में ही रही है।

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लोकायुक्त ने प्लान बनाकर कारोबारी को 40 हजार और 5 हजार रुपए के दो लिफाफों के साथ भेजा। SDM के रीडर दीपक श्रीवास्तव ने दोनों लिफाफे लिए, फिर उसने 5 हजार रुपए का लिफाफा अपने पास रखा और 40 हजार में से 10 हजार रुपए निकाल कर 30 हजार रुपए SDM मनीष जैन को सौंप दिए। इतने में लोकायुक्त की टीम पहुंची और SDM को रीडर और उसके कम्प्यूटर ऑपरेटर को गिरफ्तार कर लिया। इस केस में लोकायुक्त ने SDM मनीष जैन, रीडर दीपक श्रीवास्तव और कम्प्यूटर ऑपरेटर राम नारायण अहीर को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया है।