रीवा। रीवा जिले के दुआरी गांव के सरपंच को 50 हजार की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथों पकड़ा गया है। आरोप है कि जनपद पंचायत क्षेत्र के दुआरी गांव में सामुदायिक शौचालय गिराने के नाम पर सरपंच ने फरियादी से 2 लाख रुपये मांगे थे। सरपंच ने कहा था कि अगर वह रुपए नहीं देगा तो सार्वजनिक शौचालय के पानी की निकासी उसके घर की तरफ कर दी जाएगी। जिसके बाद फरियादी ने मामले की शिकायत रीवा लोकायुक्त से की थी।

फरियादी का आरोप है कि सरपंच ने उससे चार लाख रुपए की मांग की थी। उसने कहा था कि अगर सब लोग मिलकर चार लाख रुपए दें, तो वह सामुदायिक शौचालय गिरवाकर सरकारी जमीन उन्हें सौंप देगा। यह शौचालय प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास योजना के तहत बनाया गया था। लोगों ने अपने घरों के पास शौचालय बनने का विरोध निर्माण के दौरान भी किया था। लेकिन आरोप है कि सरपंच ने लोगों को परेशान करने के लिए जानबूझ कर घरों के बीच ही सामुदायिक शौचायल का निर्माण करवाया। अब उसी को गिरवाने के लिए रुपयों की मांग किए जाने का आरोप लगा है। 

इस मामले में फरियादी गुलाब पांडेय ने रीवा लोकायुक्त से सरपंच के खिलाफ शिकायत की। फिर उन्हीं के बनाए प्लान के अनुसार सरपंच को एक जगह रुपए लेने के लिए बुलाया। फरियादी ने सरपंच ने 50 हजार कैश और डेढ़ लाख का चेक दिया। सरपंच ने नकद पैसे तो ले लिए लेकिन चेक नहीं लिया। उसने कहा कि तुम तो गांव के ही हो, जब पैसे हों तब दे देना। इसके बाद आरोपी ने जैसे ही रकम हाथ में ली, लोकायुक्त की टीम ने सरपंच को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। जल्द ही प्रदेश में निकाय चुनाव होने वाले हैं। पंचायत चुनाव से ठीक पहले इस तरह की घटना सामने आने से गांव में खलबली मची हुई है।