भोपाल। मध्य प्रदेश में 2020 में अयोजित हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने के बावजूद अभी तक नियुक्ति नहीं मिलने पर चयनित अभ्यर्थियों में असंतोष है। नियुक्ति नहीं होने पर सभी चयनित अभ्यर्थी सिर मुंडाकर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए हैं। मंगलवार को दोपहर 2 बजे सभी अभ्यर्थी डीपीआई के सामने सिर मुंडा कर बैठे गए और सरकार से नियुक्ति करने की मांग की। 


शिक्षक 2 माह पहले जून माह में भी लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) के सामने धरना-प्रदर्शन,भूख हडताल और आमरण अनशन कर चुके हैं। लेकिन उनकी नियुक्ति अभी तक नहीं हुई। प्राथमिक शिक्षक भर्ती के चयनित शिक्षकों  ने बताया कि अभी तक सरकार द्वारा मांगे न माने जाने के विरोध में हम अगस्‍त क्रान्ति के रूप में प्रतिदिन प्रदर्शन के विभिन्‍न तरीकों को अपनाकर विरोध दर्ज कराएंगे।

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दिव्यांग अभ्यर्थी राजा राम ने बताया कि वह टीकमगढ़ से भोपाल आए हैं। करीब एक महीने से हम लोग हड़ताल पर बैठे हुए हैं। हम 51 हजार पदों पर भर्ती की मांग कर रहे हैं। राज्य में सवा लाख पद खाली हैं, लेकिन हमें नियुक्ति नहीं मिल रही है। हमें गुमराह किया जा रहा है। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने अपनी अगस्त क्रांती में होने वाले प्रदर्शनों का कार्यक्रम भी बताया जो इस प्रकार होगा।  

8 अगस्‍त – चयनित शिक्षकों का मुंडन कार्यक्रम
9 अगस्‍त – चयनित शिक्षकों द्वारा भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन
10 अगस्‍त – चयनित शिक्षिकाओं द्वारा बूट पॉलिश एवं प्रदर्शन
11 अगस्‍त – चाय-पकौड़े बेचकर विरोध प्रदर्शन
12 अगस्‍त – चयनित शिक्षकों द्वारा अर्द्ध-नग्‍न प्रदर्शन
13 अगस्‍त – कैंडल मार्च
14 अगस्‍त – प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 की अर्थी यात्रा
15 अगस्‍त – धरना स्‍थल पर ध्‍वजारोहण कार्यक्रम। 

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मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण संघ संयोजक के मंगल सिंह ने बताया कि ये सभी प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 के अभ्यर्थी हैं जो पात्रता परीक्षा 2020 उत्तीर्ण किए हुए हैं। सरकार द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में नाम मात्र के पदों पर प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की जा रही है, जबकि भर्ती परीक्षा 2020 उत्तीर्ण चयनित शिक्षकों की संख्या 1 लाख 94 हजार है। ऐसी विसंगति तब है जबकी प्रदेश मे शिक्षकों के हजारों पद खाली पड़े हुए हैं।