भोपाल। मध्यप्रदेश के इतिहास में चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले पहले नेता बने शिवराज सिंह चौहान के नाम एक और रिकार्ड दर्ज हो गया है। उन्‍होंने बिना मंत्रिमंडल सरकार चलाने का कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का रिकार्ड तोड़ दिया है। इस सफलता पर कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने तंज करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बधाई दी है।



दिसंबर 2018 में हुए चुनाव के बाद कांग्रेस सत्‍ता में आई थी और वरिष्‍ठ नेता कमलनाथ ने मुख्‍यमंत्री की शपथ ली थी। मगर भाजपा ने सवा साल में ही कांग्रेस के 22 विधायकों को अपने साथ कर लिया और कांग्रेस सरकार गिरा दी। इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद कमलनाथ ने 20 मार्च को इस्‍तीफा दे दिया था। भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने 24 मार्च को रात 9 बजे मप्र के मुख्‍यमंत्री की चौथी बार शपथ ली थी। मगर तब से अब तक उन्‍होंने अपना मंत्रिमंडल नहीं बनाया है। कोरोना महामारी जैसे काल में बिना मंत्रिमंडल काम करने के शिवराज के तरीके पर कांग्रेस ने सवाल भी उठाए हैं।



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गौरतलब है कि जुलाई 2019 में कर्नाटक में मुख्‍यमंत्री बने येदियुरप्पा ने 24 दिनों तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं किया था। यहां तक कि शुरुआती 20 दिनों में उन्‍होंने अकेले ही कैबिनेट की चार बैठकों का आयोजन भी किया। कैबिनेट में अकेले नेता होते थे बाकि सारे मंत्रालय के अफसर हुआ करते थे। मप्र में भी शिवराज सिंह चौहान अफसरों के भरोसे ही सरकार चला रहे हैं। उन्‍होंने कोरोना से निपटने के लिए अफसरों को जिलों का प्रभार दिया है दूसरी तरफ भाजपा ने अपने नेताओं का एक विशेष दल बनाया है जो कोरोना से निपटने में सरकार के साथ समन्‍वय करेगा। दो दिन पहले इस विशेष दल की वीडियो कांफ्रेंसिंग से पहली बैठक भी हो चुकी है। दल ने शिवराज सरकार के काम पर संतोष प्रकट किया है।



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येदियुरप्पा का रिकार्ड तोड़ने पर राज्‍यसभा सदस्‍य विवेक तन्खा ने तंज कसते हुए शिवराज से कहा है कि आप बिना मंत्रिपरिषद के सरकार चलाने वाले देश के सबसे लंबे समय के मुख्यमंत्री बन गए हो। इससे पहले यह रिकॉर्ड 24 दिन तक येदुरप्पा के नाम था जिन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में बिना मंत्रिपरिषद के सरकार चलाई थी। आप दोनों में संयोग यह भी है कि दोनों चौथी बार के मुख्यमंत्री हो और दोनों ही दल बदल कर सरकार गिरा कर मुख्यमंत्री बने हो।