टीकमगढ़ : मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की सामूहिक आत्महत्या मामले में जिला पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने बताया है कि सोनी परिवार को उनके रिश्तेदारों ने ही उन्हें पहले बेशकीमती जमीन को बेचने के लिए मजबूर किया और बाद में धोखाधड़ी कर उन्हें 16 लाख रुपए नहीं दिए। इसी वजह से मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर परिवार ने आत्महत्या किया। घटनास्थल पर मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।

मामले की छानबीन में लगे पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने मीडिया से बताया है कि मौके से पुलिस को दो सुसाइड नोट प्राप्त हुए थे। एक नोट धर्मदास ने वहीं दूसरा उनके बेटे मनोहर ने लिखा है। सुसाइड नोट में सभी आरोपियों के नामों का उल्लेख है और बताया गया है कि शमशान घाट से सटे उनकी बेशकीमती जमीन को बेचने के लिए मजबूर किया गया था जिसमें उनके परिवार को 16 लाख रुपए का नुकसान हुआ। इसी को लेकर परिवार मानसिक रूप से परेशान था और सभी ने आत्महत्या कर ली।

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मामले में पुलिस ने जमीन के मुख्य खरीदार समेत अन्य आठ लोगों पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है। 

बता दें कि जिले के खरगापुर थाना इलाके के वार्ड नंबर 8 में रहने वाले मनोहर सोनी और उनके परिवार के 5 सदस्यों के शव रविवार (23 अगस्त) को घर में फांसी के फंदे पर मिले थे। मृतकों में चार साल का बच्चा भी शामिल है। घटने की जानकारी तब मिली जब दूध वाले की आवाज़ पर सुबह काफी देर तक दरवाजा नहीं खुलने पर पुलिस को बुलाया गया। इसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर 5 लोग फंदे पर लटके हुए मिले। मृतकों में धर्मदास सोनी (62) इनकी पत्नी पूना सोनी (55), पुत्र मनोहर सोनी (27) और बहू  सोनम सोनी (25) तथा पोते सानिध्य सोनी (4) शामिल हैं। परिवार के मुखिया धर्मदास सोनी वेटनरी पशु अस्पताल के रिटायर्ड कर्मचारी थे।