खंडवा। आश्रय गृह से दो सगी बहनों के गायब होने के मामले में खुद आश्रय गृह की मंशा पर सवाल खड़े होने लगे हैं। आश्रय गृह की प्रशासिका पर आरोप लग रहे हैं कि उसने पुलिस थाने में लड़कियों के आश्रय गृह से गायब होने के संबंध में गलत जानकारी पुलिस को दी है। आरोप के मुताबिक आश्रय गृह में रहने वाली लड़कियां खुद वहां से फरार हुई हैं। जबकि आश्रय गृह की ओर से पुलिस को यह बताया गया है कि दोनों लड़कियों को एक अज्ञात वयक्ति बहला फुसलाकर ले गया है। 

दरअसल यह मामला खंडवा के लेडी बटलर स्थित वन स्टॉप सेंटर का है। यहाँ से गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे 13 वर्षीय काजल और 10 वर्षीय ज्योति नामक दोनों सगी बहनें गायब हो गईं। बहनों के गायब होने के बाद वन स्टॉप सेंटर की संचालिका सुनीति कनोजिया ने मोघट रोड थाने में शिकायत दर्ज कराई। संचालिका ने अपनी शिकायत में पुलिस से कहा कि दोनों ही नाबालिग बच्चियों को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला फुसलाकर अपने साथ अपहरण कर ले गया है।  

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जबकि इस पूरे मामले में उल्टा आश्रय गृह पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। आरोप के मुताबिक आश्रय गृह ने अपनी शिकायत में गलत जानकारी देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की है। आश्रय गृह पर आरोप लग रहे हैं कि दोनों ही नाबालिग बच्चियां खुद आश्रय गृह की दीवार फांद कर भागी हैं, लेकिन अपनी जवाबदेही से बचने के लिए आश्रय गृह ने पुलिस को गलत जानकारी दी है। दूसरी तरफ आश्रय गृह ने जिस तरह से बच्चियों के अपहरण की कहानी गढ़ने की कोशिश की है, उससे आश्रय गृह की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।  हालांकि पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में इतना ही कहा है कि बच्चियां खुद से भागी हों या कोई उनका अपहरण कर ले गया हो, दोनों ही सूरत ए हाल में पुलिस का काम बच्ची को ढूँढना है जो कि पुलिस कर रही है।