उज्जैन। उज्जैन के नागदा में अपहरणकर्ता ने बच्चे के परिवारवालों से फिरौती की रकम नहीं मिलने पर नाबालिग की हत्या कर दी। बच्चे को अपहरण कर उसके पिता से एक लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी। लेकिन जब यह रकम नहीं मिली, तब उसकी हत्या कर दी गई। अपहरणकर्ता ने बच्चे की हत्या करने के बाद पिता को फोन कर कहा कि अपने बच्चे की लाश ले जाओ। 

उज्जैन के नागदा में रहने वाला 17 वर्षीय छात्र रितेश गुर्जरवाडिया शुक्रवार शाम को कराटे क्लास के लिए निकला था। लेकिन रास्ते में ही उसका किसी ने अपहरण कर लिया। रात करीब 9.30 बजे अपहरणकर्ता ने बच्चे के पिता को राधेश्याम गुर्जरवाडिया को बच्चे के ही फोन से अपहरणकर्ता ने फोन किया। अपहरणकर्ता ने राधेश्याम को फोन कर बच्चे का अपहरण कर लेने की बात कही और बच्चे को छोड़ने के लिए एक लाख रुपए की फिरौती मांगी।

राधेश्याम ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस अपने हिसाब से अपहरणकर्ता और बच्चे की तलाश शुरू कर दी। पुलिस कार्रवाई कर ही रही थी कि अपहरण के करीब बीस घंटे बाद राधेश्याम को एक बार फिर बच्चे के फोन से अपहरणकर्ता ने फोन कर कहा कि तुम्हारे बच्चे की लाश बीसीआई कॉलोनी में पड़ी है, लाश ले जाओ। 

इतना सुनते ही राधेश्याम पुलिस की टीम के साथ मौके पर पहुंचे, बच्चे की लाश किडनैपर द्वारा बताई हुई जगह पड़ी हुई थी। पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का इस पूरे मामले में कहना है कि मामले की जांच के दौरान उसे कुछ अहम सुराग मिले हैं। हत्यारा राधेश्याम का ही कोई परिचित है। जल्द ही इस मामले का खुलासा हो जाएगा।