भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड ज़िले में रहने वाली एक शादीशुदा पत्नी ने अपने पति को बिना बताए ही दूसरी शादी कर ली। इस दौरान पत्नी अपने पहले पति से हर महीने भरण पोषण का खर्चा भी लेती रही। लेकिन उसने अपने पहले पति को दूसरी शादी की भनक तक नहीं लगने दी। 

पत्नी की इस हरकत के बारे में जब पति को पता चला तो उसने थाने में शिकायत दर्ज करा दी। पहले पति ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि पत्नी ने उसे बिना तलाक दिए ही दूसरी शादी रचा ली। पहले पति ने मांग की है कि उसकी पत्नी को वापस उसके पास रहने के लिए कहा जाए। वहीं पत्नी का कहना है कि उसे अपना पहला पति पसंद नहीं है और वह अपने दूसरे पति के साथ खुश है। 

भिंड के मेहगांव स्थित कौहार गांव के रहने वाले धर्मेंद्र जाटव नामक युवक की राखी नाम की युवती से मार्च 2017 में शादी हुई थी। धर्मेंद्र जाटव दिल्ली में रहकर नौकरी करता था। शादी के एक साल बाद तक राखी अपने ससुराल में रही। इसके बाद वे अपने पति के साथ कुछ दिनों तक दिल्ली में भी रही, लेकिन जल्द ही वह अपने मायके लौट आई। 

मायके वापस आने के बाद राखी अपने ससुराल लौट कर नहीं गई। उसने अपने पति के खिलाफ भरण पोषण का केस भी दर्ज करा दिया। पति हर महीने भरण पोषण का खर्चा भी भेजता रहा। राखी ने अचानक ही दिसंबर 2020 में राय सिंह जाटव नामक व्यक्ति से शादी कर ली। इसके बाद वे अपने नए पति के साथ रहने लगी। लेकिन उसने अपनी दूसरी शादी के बारे में पहले पति को बताया तक नहीं। दूसरी तरफ पत्नी की दूसरी शादी से अंजान धर्मेंद्र राखी को महीना दर महीना खर्चे के तौर पर 3500 रुपए भी भेजता रहा।

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इस साल जून में धर्मेंद्र को राखी की दूसरी शादी के बारे में पता चला। जिसके बाद उसने थाने में पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई। दोनों पक्षों से जब पुलिस ने पूछताछ की तब यह बात सामने आई कि राखी के दूसरे पति को भी राखी की पहली शादी की जानकारी नहीं थी। अब पुलिस इस मामले में कानूनी प्रक्रिया का पालन कर आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

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राखी की दूसरी शादी कानून तौर पर अवैध है। क्योंकि उसने पहले पति से बिना तलाक लिए ही दूसरी शादी कर ली। इसके साथ ही अपने पति से छिपकर शादी करने के मामले में आईपीसी की धारा 494 और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता है। चूंकि पत्नी ने इस दौरान अपने पति से भरण पोषण के लिए खर्चा भी लिया था। इसलिए न्यायालय के आदेश पर धर्मेंद्र द्वारा राखी को भरण पोषण के लिए दी गई राशि की रिकवरी भी की जा सकती है।