मोदी सरकार आने के बाद ही लोगों ने जाना आजादी का मतलब, साध्वी प्रज्ञा ने कंगना के बयान का किया समर्थन

साध्वी ने कहा कि मोदी सरकार के आने के पहले किसी को आजादी के असली मायने नहीं पता थे, लेकिन मोदी सरकार आने के बाद महिलाओं को अपने अधिकार मालूम पड़े

Publish: Nov 19, 2021, 03:50 AM IST

भोपाल। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के आजादी वाले बयान के समर्थन में अब बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा भी उतर आई हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताने वाली भाजपा सांसद ने कहा है कि देश के लोगों को आजादी के असली मायने मोदी सरकार आने के बाद ही पता चले हैं। बीजेपी नेता के मुताबिक मोदी सरकार के आने से पहले किसी ने आजादी का सच्चा अर्थ ही नहीं जाना था। 

साध्वी प्रज्ञा ने यह बातें बुधवार को सीहोर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहीं। भाजपा नेता ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मोदी सरकार आने के बाद ही लोगों को आजादी का असली मतलब चला है। महिला अब स्वतंत्रता से व्यवसाय कर सकती हैं, लड़कियां पढ़ सकती हैं। सर्विस कर सकती हैं। 

बीजेपी नेता ने दावा किया कि मोदी सरकार के दौरान ही महिलाएं सशक्त हुई हैं। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि अब महिलाएं स्वाभिमान के साथ स्व सहायता समूह बनाकर धन उपार्जन करती हैं। वास्तविकता में मोदी सरकार के आने के बाद ही महिलाओं को आजादी मिली है। 

मध्य प्रदेश में साध्वी के अलावा शिवराज सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान का आंशिक रूप से समर्थन किया है। कमल पटेल ने अपने एक बयान में कहा कि 1947 में इस देश को राजनीतिक स्वतंत्रता मिली थी। लेकिन सामाजिक और आर्थिक स्वतंत्रता मोदी सरकार आने के बाद मिली है। 

दरअसल यह सारा विवाद कंगना रनौत एक विवादित बयान के बाद शुरू हुआ है, जिसमें कंगना ने कहा था कि इस देश को असली 2014 में मिली है और 1947 में इस देश को आजादी नहीं भीख मिली थी। इसके साथ ही कंगना ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करते हुए उन्हें सत्ता का भूखा और लालची करार दे दिया। विवादित बयानबाजी को लेकर कंगना से उनका पद्मश्री सम्मान वापस लेने की मांग की जा रही है। वहीं देश के विभिन्न हिस्सों में कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई हैं।