देवास। देवास ज़िले के सतवास क्षेत्र में शासकीय ज़मीन से अतिक्रमण हटाने गए शासकीय दल के सामने महिला ने आत्मदाह कर लिया। राजस्व विभाग और पुलिस की टीम ने खड़ी फसल पर जेसीबी चलाना शुरू ही किया था कि साबरा बी नामक महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया। बाद में  लगभग साठ फीसदी जली अवस्था में उन्हें देवास के ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।



राजस्व न्यायालय ने शासकीय ज़मीन पर रास्ता निकालने के लिए कहा था। इस आदेश पर शासकीय दल सतवास तहसील के अतवास गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंचा था। इस दौरान खड़ी फसल को जेसीबी द्वारा हटाया जाने लगा। किसान दंपत्ति को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, दोनों ही वहां पहुंच गए। रमजान और साबरा बी द्वारा लाख गुज़ारिश करने के बाद अतिक्रमण हटाने आया अमला नहीं माना तो साबरा बी ने खुद को आग लगा लिया। इसके बाद घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों ने शासकीय दल पर हमला कर दिया। जिस वजह से शासकीय दल में मौजूद पटवारी दिलीप जाट को कान पर गंभीर रूप से चोट आई है। 



खुद को मामा कहने वाले के राज में बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है

इस घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि खुद को मामा कहलानेवाले के राज में बहनों के ऊपर ज़ुल्म ढाया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राज्य सरकार से मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए जांच कराने की मांग की है। 





 



मामले पर कलेक्टर का क्या कहना है ? 

देवास कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने कहा है कि राजस्व न्यायालय में सतवास की शासकीय ज़मीन को लेकर एक प्रकरण दर्ज था। राजस्व न्यायालय ने स्थानीय लोगों द्वारा आवेदन देने के बाद पुलिस की मौजूदगी में ज़मीन ख़ाली कराने के निर्देश दिए थे। राजस्व विभाग की टीम जब शासकीय ज़मीन को ख़ाली कराने के लिए पहुंची तब रमज़ान नामक शख्स ने अपनी पत्नी साबरा बी को घटनास्थल पर बुलाया। कलेक्टर का कहना है कि संभवतः साबरा बी पहले से ही अपने शरीर पर मिट्टी तेल छिड़क कर आई थी। उसने शासकीय अमले के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया। जिसके बाद शासकीय दल में मौजूद पटवारी दिलीप जाट ने महिला को बचाने कि कोशिश की। लेकिन करीब दर्जन भर लोगों ने दल पर हमला कर दिया। जिलाधिकारी के मुताबिक इस पूरे प्रकरण में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।