ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) के प्रमुख ने कहा है कि देश मे कोविड 19 महामारी अभी अपने चरम स्थिति पर नहीं पहुंची है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि जिस तरह से हमारे यहां कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसी आशंका है कि जून और जुलाई माह में हम संक्रमण की चरम स्थिति में पहुंच जाएं। उन्होंने ये भी कहा है कि समय के साथ ये भी पता चलेगा कि संक्रमण को रोकने के लिए आज हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वो कितना प्रभावी था और देश मे लॉक डाउन को बढ़ाने का क्या असर हुआ।

उन्होंने कहा कि जब तक इस बीमारी की कोई वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक सरकार की कोशिश लॉक डाउन के जरिए वायरस के ट्रांसमिशन की श्रृंखला को रोकने की है। गौरतलब है कि लॉक डाउन के पहले दिन 25 मार्च को देश मे कोविड 19 के 600 केस थे और इससे 13 लोगों की मौत हुई थी।

आज लॉक डाउन के 43वें दिन गुरुवार को भारत में कोविड 19 के मामले 53 हजार के करीब पहुंच गए हैं। जबकि इस महामारी से मरने वालों की संख्या 1800 के करीब पहुंच गई है।इस समय पूरे देश मे कोरोना के जितने मामले हैं उनमें आधे मामले महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली इन तीन राज्यों में ही हैं। एक अच्छी बात ये है कि देश मे केवल सिक्किम ही एक ऐसा राज्य है जहां अभी तक कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।