जयपुर। राजस्थान कांग्रेस प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन बीती रात जयपुर पहुंचे। नवनियुक्त कांग्रेस प्रभारी महासचिव के लिए गुटबाज़ी खत्म करना बड़ी चुनौती है। इसी क्रम में वे कांग्रेसियों के साथ अलग- अलग फीडबैक बैठक करेंगे। माकन पहले दिन अजमेर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में पार्टी नेताओं के साथ फीडबैक बैठक करेंगे। सचिन पायलट गुट को उम्मीद है की माकन के सामने वे अपनी बात रख पाएंगे और उनकी समस्याओं का निराकरण होगा। 

तय कार्यक्रम के अनुसार महासचिव माकन जयपुर संभाग के हर जिले के नेताओं से भी बात करेंगे। बुधवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, वर्तमान और पूर्व विधायकों और दूसरे पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस पार्टी को कवर करने वाले एक वरिष्ठ पत्रकार ने हमें बताया कि माकन इस बारे में चर्चा करेंगे कि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं का अधिकतम लाभ आम जनता तक कैसे पहुंचाया जाए। प्रदेश में संगठन को किस तरह और मजबूत किया जाए और आने वाले पंचायती चुनाव के लिए कैसी रणनीति बनाई जाए।

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इससे पहले माकन 30 अगस्त को इन्हीं सब विषयों पर चर्चा करने के लिए जयपुर पहुंचे थे। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन के कारण उन्हें दिल्ली लौटना पड़ा और चर्चा अधूरी रह गई। इस बार वे चर्चा पूरी करने के उद्देश्य से आ रहे हैं।

बताया जा रहा है कि माकन हर जिले में कम से कम 50 कांग्रेस कार्यकर्ताओं, विधायकों, विधायक प्रत्याशियों और दूसरे पदाधिकारियों से बात करेंगे। माकन के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी में हो रही गुटबाजी को खत्म करना होगा। भले ही सचिन पायलट और बाकी बागी विधायकों की घर वापसी हो चुकी है लेकिन पद और प्रतिष्ठा की रस्साकशी अभी जारी है। सीएम गहलोत ने अभी कैबिनेट प्रसार भी नहीं किया है। ऐसे में गुजबाजी अपने चरम पर है। माकन को इस गुटबाजी का हल निकालना होगा ताकि पार्टी एक संगठन के रूप में मजबूती से काम कर सके।

माकन अपनी बैठक का फीडबैक केंद्रीय आलाकमान को देंगे। इस फीडबैक के आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे। संगठन में सचिन पायलट की भूमिका भी अभी तय नहीं हुई है। हो सकता है कि इस फीडबैक के बाद उनकी भूमिका तय की जाए। बताया जा रहा है कि पायलट राजस्थान में ही काम करने के इछुक हैं।