Rajasthan: सचिन पायलट व अशोक गहलोत कैम्प की नहीं कांग्रेस की बात करो

Rajasthan Political Crisis: कांग्रेस महासचिव अजय माकन का मंत्रियों को फरमान, कैम्प छोड़ कर कार्यकर्ताओं की बात सुनें, जिलों में करें बैठक

Updated: Sep 02, 2020, 06:58 AM IST

जयपुर। राजस्थान की कांग्रेस सरकार में मंत्री पार्टी के कम और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के खेमे के ज़्यादा नज़र आते हैं। इस पहचान को कम करने और पार्टी को मज़बूत करने के लिए मंत्रियों को नई ज़िम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस के राजस्‍थान प्रभारी बनने के बाद पहली बार राज्य के दौरे पर आए महासचिव अजय माकन ने मंत्रियों से कहा है कि वे खेमे भूलकर हर महीने, अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करें और प्रभार वाले जिलों में जाएं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अजय माकन ने विधायकों तक यह मैसेज पहुंचाया है कि राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार, नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की कार्यकारिणी का गठन और राजनीतिक नियुक्तियां जल्द होंगी। मगर कब होंगी और कैसे होंगी इस पर माकन ने कह दिया कि यह एक राजनीतिक प्रक्रिया है और सरकार के कामकाज के साथ उचित समय पर पूरी होगी। अजय माकन ने साफ किया कि राजस्थान में गहलोत कैम्प और पायलट कैंप जैसी कोई बात नहीं है। मंत्रियों को कांग्रेस के लिए काम करना होगा। जिलों और ब्लॉक में जाकर कार्यकर्ताओं से बात करनी होगी। 

ग़ौरतलब है कि संगठन में कई नेता माँग करते रहे हैं कि जिला स्तर पर मंत्री पार्टी दफ्तरों में जाएं और वहां बैठक करें। अब तय कर दिया गया है कि महासचिव अजय माकन और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा महीने में एक बार मंत्रियों के साथ बैठक कर जिलों के दौरों की रिपोर्ट लेंगे। अजय माकन राजस्थान का दौरा कर तीन दिन बाद दिल्ली लौट गए हैं।