अजमेर। राजस्‍थान के पूर्व उपमुख्‍यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट ने भ्रष्‍टाचार के खिलाफ बिगुल फूंकते हुए गुरुवार को अपनी जन संघर्ष यात्रा शुरू कर दी। पायलट ने अजमेर से जनसंघर्ष यात्रा का शंखनाद करते हुए जयपुर की ओर कूच कर दिया है। गुरुवार दोपहर भीषण गर्मी में यात्रा के साथ हजारों की संख्या में पायलट समर्थक उनके साथ कदम से कदम मिलाकर आगे पढ़ रहे हैं।



सचिन पायलट ने यात्रा की शुरुआत करते हुए राजस्थान में भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले पर मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत पर जोरदार हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग का सदस्‍य पेपर बेचने के आरोप में पकड़ा गया, लेकिन इस पेपर माफिया के घर पर अभी तक बुलडोजर नहीं चलाया गया। उन्‍होंने सवाल उठाया कि क्यों पेपर लीक में बड़ी मिलीभगत की जांच से पहले ही क्लीनचिट दे दी गई। पायलट ने कहा कि उनकी जन संघर्ष यात्रा किसी व्‍यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्‍टाचार के विरुद्ध हैं। 





अजमेर में जनसभा में उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में करप्शन के मुद्दे पर वसुंधरा राजे को हमने ललकारा था, उसके बाद कांग्रेस सत्ता में आई। सचिन आज सुबह ट्रेन से अजमेर पहुंचे थे। इससे पहले रेलवे स्टेशन पर उन्होंने कहा कि ये जनसंघर्ष यात्रा जनता के बीच जाने और उनकी बात सुनने की यात्रा है। पायलट पेपर लीक मुद्दे और भ्रष्टाचार के खिलाफ पांच दिन की पदयात्रा निकाल रहे हैं।



खास बात ये है कि पायलट की जनसंघर्ष यात्रा के पोस्टर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी अथवा प्रियंका गांधी की तस्वीर नहीं हैं। पोस्टर में सिर्फ सोनिया गांधी का फोटो है। साथ ही जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की भी तस्वीर है। जनसभा और पदयात्रा में पायलट खेमे के विधायक शामिल नहीं हैं। हालांकि, समर्थकों का तादाद काफी है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तरह ही हजारों लोग हाथ में झंडा लिए आगे बढ़ रहे हैं।