नई दिल्ली। पेगासस जासूसी कांड को फर्जी करार देने वाली बीजेपी के दावे की पोल खुल गई है। खुद एमनेस्टी इंटरनेशल ने पेगासस जासूसी कांड के संबंध में उपलब्ध कराए गए अपने डेटा को 100 फीसदी सही करार दिया है। एमनेस्टी के इस स्पष्टीकरण के बाद एक बार फिर बीजेपी की किरकिरी शुरु हो गई है। जिस वजह से केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर चली गई है। 

एमनेस्टी ने अपने स्पष्टीकरण में स्पष्ट तौर पर इस बात का उल्लेख किया है कि वह पेगासस को लेकर किए जा रहे दावों के साथ मज़बूती के साथ खड़ा है। एमनेस्टी ने कहा है कि सोशल मीडिया और विभिन्न मीडिया संस्थान के रिपोर्ट्स को वह पूरी तरह से खारिज करता है। एमनेस्टा ने कहा है कि यह भ्रामक दावे सिर्फ ध्यान भटकाने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं।       

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दरअसल कल बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने एक इज़राइली मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से दावा किया था कि खुद एमनेस्टी ने कथित तौर पेगासस स्पाइवेयर के ज़रिए जासूरी की बात से अपना पल्ला झाड़ लिया है। लेकिन जल्द ही एमनेस्टी ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।