नई दिल्ली। चुनावी मौसम की आहट लगते ही एजेंसियों का दुरूपयोग करने को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा शासित केंद्र सरकार को जमकर घेरा है। अशोक गहलोत ने कहा है कि भाजपा के इस हथकंडे की वजह से केंद्रीय एजेंसियों की साख गिर गई है। गहलोत ने कहा है कि जैसे ही किसी राज्य में चुनाव होने होते हैं, भाजपा एजेंसियों को एक्टिव कर देती है। गहलोत ने कहा है कि खुद एजेंसियों में काम करने वाले ज़्यादातर अधिकारी इस हथकंडे से परिचित हैं, लेकिन उन्हें मजबूरी में कार्रवाई करनी पड़ती है।  



अशोक गहलोत ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक के बाद एक लगातार तीन ट्वीट किए हैं। गहलोत ने कहा है कि जब भी किसी प्रदेश में चुनाव आते हैं या फिर राजनैतिक संकट पैदा किया जाता है तो विशेष निर्देशों के साथ सीबीआई, इनकम टैक्स एवं ईडी को एक्टिव कर दिया जाता है। यूपी में चुनाव पास आते ही सीबीआई ने छापेमारी करना शुरू कर दिया है। उन्होंने आगे कहा, 'पहले पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश और कर्नाटक इत्यादि राज्यों में भी इन संस्थाओं का दुरुपयोग हुआ।' 



कांग्रेस नेता केंद्रीय एजेंसियों की साख का उल्लेख करते हुए कहा कि इन सभी केन्द्रीय संस्थाओं की विश्वसनीयता मौटे तौर पर वर्षों तक निष्पक्ष तरीके से काम करने की रही थी लेकिन जिस तरह भाजपा अपना राजनीतिक एजेंडा पूरा करने के लिए इन एजेंसियों को निर्देश दे रही है उससे इनकी साख बर्बाद हो गई है। 





गहलोत ने कहा कि खुद इन संस्थाओं में काम कर रहे अधिकांश अधिकारियों के खुद के जेहन में ये बात आ चुकी है। फिर भी मजबूरी में उन्हें कार्रवाई करनी पड़ती है। मुझे विश्वास है कि समय आने पर केन्द्रीय संस्थाओं का राजनीतिक दुरुपयोग करने वाली भाजपा को जनता माकूल जवाब देगी। 





अशोक गहलोत ने यह टिप्पणी अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान लखनऊ में बनाए गए गोमती रिवर फ्रंट से जुड़े मामले में सीबीआई की छापेमारी के सन्दर्भ में की है। सीबीआई ने गोमती रिवर फ्रंट से जुड़े कथित घोटाले में कुल 42 जगहों पर छापेमारी की है। जिसमें उत्तर प्रदेश में 40 जबकि पश्चिम बंगाल और राजस्थान में एक एक जगह पर छापेमारी की है। अशोक गहलोत ने इसे बीजेपी का चुनाव से पहले एक हथकंडा करार दिया है।