भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में ज़ब्त की गई बड़ी नकदी के मामले में बड़ा मोड़ आया है। गुजरात की एक कम्पनी ने इस ज़ब्त की गई नकदी पर अपना दावा पेश किया है। इसके साथ ही कम्पनी ने पुलिस पर पैसों की हेराफेरी करने का आरोप भी लगाया है। 

बुधवार दोपहर को भीलवाड़ा में पुलिस ने एक कार से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से पुलिस को 6.75 करोड़ की राशि बरामद हुई थी। अब गुजरात की कम्पनी ने इन पैसों पर अपना दावा पेश करते हुए कहा है कि पुलिस पर दस लाख रुपए की हेराफेरी करने का आरोप लगाया है। 

कंपनी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों के पास छह करोड़ 85 लाख रुपए की राशि थी। जबकि भीलवाड़ा पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से छह करोड़ 75 लाख की राशि बरामद हुई है। ऐसे में कम्पनी का दावा है कि पुलिस ने ही दस लाख की राशि का गबन किया है। 

बुधवार दोपहर को भीलवाड़ा के प्रताप नगर में पुर रोड पर पुलिस ने चार पहिया वाहन से जा रहे दो युवकों को रोका। पुलिस ने यह कार्रवाई मुखबिर द्वारा मिली सूचना के आधार पर की थी। गाड़ी पर गुजरात का नम्बर प्लेट लगा हुआ था। पुलिस ने गाड़ी को रुकवा कर जब अंदर तलाशी ली तो उसे पांच सौ और दो हज़ार रुपए के नोटों का ढेर बरामद हुआ। 

पुलिस दोनों ही आरोपियों राहुल चावड़ा और जयदीप चावड़ा को गिरफ्तार कर अपने साथ थाने ले आई। लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद गुजरात की मेक टेक नामक एग्रीकल्चर कम्पनी सामने आ गई। कंपनी ने मालिक कमलेश शाह ने दावा किया कि उन्होंने भीलवाड़ा में ज़मीन सौदे में भुगतान के लिए ड्राइवर और हेल्पर के साथ इतनी बड़ी रकम भीलवाड़ा भेजी थी। 

ज़मीन सौदा न होने के चलते दोनों ही इस रकम को वापस लेकर गुजरात लौट रहे थे कि तभी पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। कमलेश शाह के मुताबिक यह रकम कम्पनी की है। कम्पनी ने अपने वकील शहजाद मोहम्मद को भीलवाड़ा भेजा है।