अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में बीजेपी को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। गुजरात सरकार के लंबे समय तक संकटमोचक रहे पूर्व मंत्री जयनारायण व्यास ने भी बीजेपी से इस्‍तीफा दे द‍िया है। चर्चा है कि कद्दावर नेता व्यास जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे।

बता दें कि पिछले हफ्ते जयनारायण व्यास ने राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी। तभी से उनके बीजेपी से क‍िनारा करने की अटकलें थीं। लगभग 30 वर्षों तक पार्टी से जुड़े रहने के बाद शनिवार को उन्होंने आखिरकार भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। व्यास ने कहा कि वह अगले महीने राज्य विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अपने विकल्प खुले रखे हुए हैं।

यह भी पढ़ें: दफ्तर दरबारी: सियासी मैदान में पिछड़ रही उमा भारती का आईएएस अफसरों पर हमला

उन्होंने आगे कहा कि वह पाटन जिला भाजपा कमेटी, उसके कामकाज और लगातार हो रहे अपमान से नाखुश हैं। व्यास ने दावा किया कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के साथ इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा कि वह आगामी चुनाव पाटन जिले के सिद्धपुर निर्वाचन क्षेत्र से लड़ेंगे, लेकिन निर्दलीय के रूप में नहीं। व्यास ने यह भी कहा कि वह अपने समर्थकों से चर्चा करने के बाद ही कोई पार्टी तय करेंगे, जिसके लिए उन्होंने बैठक बुलाई है।

जय नारायण व्यास के कद का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 2007 में सिद्धपुर से कांग्रेस के बलवंत सिंह राजपूत को हराने के बाद उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया था। वह फैमिली वेलफेयर ऐंड हेल्थ मिनिस्टर थे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व से व्यास की बात चल रही है। यदि बात सफल होती है तो व्यास को पार्टी में शामिल किया जा सकता है। सरदार सरोवर डैम प्रोजेक्ट का भी वह नेतृत्व कर चुके हैं।