पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से राज्य की राजनीतिक फिजां पूरी तरह बदल गई है। निर्वाचन आयोग की घोषणा के साथ ही सियासी सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। एनडीए (NDA) और महागठबंधन के सभी प्रमुख  डालेअब सीधे चुनावी मोड में आ गए हैं।।इस बीच, दोनों गठबंधनों में सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए बैठकों का दौर तेजी से जारी है।

सीट शेयरिंग को लेकर NDA में पेंच फंसता दिख रहा है। केंद्रीय मंत्री और HAM पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं। HAM 15 सीट पर लड़ी हुई है। मांझी ने कहा कि अगर 15 से कम सीटें मिली तो हमारी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी। लेकिन हम एनडीए में ही बने रहेंगे। हम सारी चीजों पर संसदीय बोर्ड में चर्चा करेंगे।

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इससे पहले केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने रामधारी सिंह दिनकर की कालजई रचना पर आधारित एक एक्स पोस्ट में लिखा, 'हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, HAM वही ख़ुशी से खाएंगें, परिजन पे असी ना उठाएंगे।'

सीट शेयरिंग को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि एनडीए का नेतृत्व का चेहरा नीतीश कुमार है और सब कुछ क्या हो चुका है। जल्दी सीट का फार्मूला आप लोगों के सामने आ जाएगा। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने कल कहा है तेजस्वी यादव आरजेडी के मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे, महागठबंधन के नहीं। लालू यादव फ्रस्ट्रेशन में है। महागठबंधन का नेतृत्व तय नहीं हुआ है और एनडीए का नेतृत्व तय है सारे चीजों की घोषणा हो जाएगी। 

उधर, महागठबंधन में सीट शेयरिंग अब तक फाइनल नहीं हुई है। पहले से शामिल दलों के बीच खींचतान खत्म नहीं हो रही है और चर्चा यह है कि महागठबंधन में एक नए दल की एंट्री हो सकती है। आईपी गुप्ता की पार्टी इंडिया इन्क्लूसिव पार्टी भी महागठबंधन में शामिल हो सकती है। उन्हें कांग्रेस के कोटे से सीटें दी जा सकती हैं। वे पहले भी कांग्रेस में रहे हैं, समस्तीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन तब पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था।

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इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी बना ली. वे चर्चा में तब आए जब गांधी मैदान में उन्होंने 13 अप्रैल को बड़ी रैली की थी, इस रैली से दो दिन पहले प्रशांत किशोर ने भी इसी गांधी मैदान में रैली की थी। प्रशांत किशोर की रैली में गांधी मैदान खाली थी और आईपी गुप्ता ने इसे भर दिया था।