पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। बिहार में छठ महापर्व के बाद 2 चरण में चुनाव होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 6 और 11 नवंबर को वोटिंग होगी। जबकि 14 नवंबर को नतीजे सामने आएंगे। चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।

दरअसल, बिहार के सभी राजनीतिक दलों ने निर्वाचन आयोग से अक्टूबर के अंत में छठ पर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने का आग्रह किया था ताकि अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। इसी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने 6 और 11 नवंबर की तारीख तय किए हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार में करीब 7.43 करोड़ मतदाता है और करीब 14 लाख युवा पहली बार वोट डालेंगे। पोलिंग स्टेशन ग्राउंड फ्लोर पर होंगे। हर केंद्र पर 1200 वोटिंग की कोशिश है। बिहार में 40 सीट आरक्षित है। एसआईआर के बाद अंतिम मतदाता सूची सभी राजनीतिक दलों को दे दी गई है। नामांकन दाखिल करने की तिथि के बाद जारी होने वाली मतदाता सूची अंतिम होगी।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि 30 सितंबर को फाइनल लिस्ट (मतदाता सूची) पब्लिश की गई है। अभी भी कोई गलती रह गई हो तो जिला अधिकारी के पास अपील की जा सकती है। साथ ही किसी का नाम छूटा हो तो नॉमिनेशन के 10 दिन पहले तक नाम जुड़वा सकता है। इसके बाद कोई भी नाम नहीं जोड़ा जा सकता है। 

निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार बिहार में कुल 90,712 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां औसतन प्रति केंद्र 818 मतदाता रजिस्टर्ड हैं। इनमें से 76,801 मतदान केंद्र ग्रामीण इलाकों में हैं, जबकि 13,911 शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था (100%) की गई है। साथ ही, 1,350 मॉडल मतदान केंद्र भी स्थापित किए गए हैं ताकि मतदाताओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।